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सीबीआई मामले को लेकर सड़कों पर कांग्रेस, मोदी सरकार को बनाया निशाना

समाचार फर्स्ट डेस्क |

CBI डायरेक्टर को हटाने के लेकर पूरे देश में आज कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है। CBI मुख्यालय के बाहर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में यह प्रदर्शन किया जा रहा है। घूसकांड से शुरू हुई सीबीआई की जंग अब पूरी तरह से राजनीतिक हो गई है। सीबीआई में मचे बवाल को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार पर निशाना साध रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इस लड़ाई को सड़क पर लड़ रहे हैं। कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सीबीआई दफ्तर के बाहर कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। राहुल गांधी के साथ अशोक गहलोत, प्रमोद तिवारी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी गिरफ्तारी दी।

सीबीआई दफ्तर के बाहर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की सभी संस्थाओं पर आक्रमण कर रहे हैं। उन्होंने यहां लोगों के बीच 'चौकीदार चोर है' के नारे भी लगवाए। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चौकीदार को चोरी नहीं करने देगी।

सीबीआई विवाद को राफेल डील मामले से जोड़ा
गुरुवार को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मोदी सरकार को राफेल डील की जांच का डर है, इसलिए आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई के चीफ को हटाने का काम तीन लोगों की कमेटी करती है जिसमें पीएम, नेता प्रतिपक्ष और चीफ जस्टिस शामिल होते हैं। पीएम ने बिना इनके मशवरे के सीबीआई के मुखिया को हटाया। यह जनता का अपमान है, संविधान का अपमान है, चीफ जस्टिस का अपमान है, और इन सबसे बढ़कर यह गैरकानूनी है।

क्या है मामला

गौरतलब है कि CBI ने राकेश अस्थाना (स्पेशल डायरेक्टर) और कई अन्य के खिलाफ कथित रूप से मीट कारोबारी मोइन कुरैशी की जांच से जुड़े सतीश साना नाम के व्यक्ति के मामले को रफा-दफा करने के लिए घूस लेने के आरोप में FIR दर्ज की थी। इसके एक दिन बाद डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को सीबीआई ने अस्थाना पर उगाही और फर्जीवाड़े का मामला भी दर्ज किया।

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई में चल रही जंग अब सुप्रीम कोर्ट में लड़ी जा रही है
छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा की याचिका पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। वर्मा की याचिका पर सर्वोच्च अदालत ने केंद्र सरकार और सीवीसी को नोटिस भेजा है। याद रहे कि आलोक वर्मा ने अपनी याचिका में कहा है कि उनको सीबीआई डायरेक्टर के पद से हटाए जाने का फैसला ग़लत है।

क्या कहते हैं चीफ जस्टिस
सीबीआई मामले में की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि वह इस मामले को देखेंगे, उन्होंने सीवीसी से अपनी जांच अगले 2 हफ्ते में पूरी करने को कहा है, ये जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एके पटनायक की निगरानी में होगी। चीफ जस्टिस ने कहा कि देशहित में इस मामले को ज्यादा लंबा नहीं खींच सकते हैं। आलोक वर्मा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। उन्होंने सरकार से पूछा है कि किस आधार पर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजा गया है। इस मामले में अब 12 नवंबर को अगली सुनवाई होगी।