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भारत में iPhone निर्माण पर वैश्विक बहस: ट्रंप के बयान से कंगना-विक्रमादित्य तक, क्या Apple के लिए घाटे का सौदा साबित होगा भारत छोड़ना?

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  • ट्रंप ने Apple CEO टिम कुक से भारत में निर्माण रोकने की बात कही

  • GTRI रिपोर्ट: Apple को भारत छोड़ने पर होगा बड़ा आर्थिक नुकसान

  • कंगना रनौत ने ट्रंप की तुलना पीएम मोदी से की, BJP ने ट्वीट हटवाया

  • मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कंगना का समर्थन कर BJP पर निशाना साधा

Blog:  Akhilesh Mahajan


आपरेशन सिंदूर के बाद भारत -पाक के बीच तपे संघर्ष पर सीजफायर का पानी छिड़ककर कर शांत करने का दावा करने वाले अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप अब भारत में iPhone  के निर्माण को लेकर  सुर्खियों में हैं।  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Apple के सीईओ टिम कुक से कहा, “मुझे नहीं चाहिए कि आप भारत में निर्माण बढ़ाएं… भारत अपने आप का ख्याल रख सकता है”यह टिप्पणी अमेरिका–भारत के तनावपूर्ण व्यापार वार्ता के दौरान आई, जब भारत ने अमेरिका पर कच्चा माल निर्यात पर प्रतिशोधी शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी। 

ट्रंप के इस बयान ने केवल व्यापारिक हलकों में नहीं, बल्कि भारत के साथ साथ हिमाचल की राजनीति में भी हलचल मचा दी है इस पूरे विवाद ने तकनीक, वैश्विक व्यापार, राजनीतिक रणनीति और सोशल मीडिया विमर्श को एक साथ जोड़ दिया है। अब देखना यह होगा कि भारत इस मुद्दे को असेंबली से आगे उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के मौके में कैसे बदलता है। यह कहना अनुचित नहीं होगा कि Apple के भारत में निर्माण को लेकर मचे इस बवंडर में जहां एक ओर अमेरिका अपने घरेलू राजनीतिक एजेंडे को साध रहा है, वहीं भारत को चाहिए कि वह इस मौके को गहन तकनीकी निर्माण की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने के तौर पर देखे……..

Apple को भारत छोड़ना पड़ेगा भारी: GTRI रिपोर्ट का दावा

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यदि Apple भारत से अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हटाता है, तो सबसे बड़ा नुकसान खुद Apple को ही होगा। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में Apple को सस्ती लेबर, सरकारी PLI स्कीम के तहत इंसेंटिव, और मजबूत आपूर्ति श्रृंखला जैसी सहूलियतें मिलती हैं।

  • भारत को एक iPhone पर औसतन $30 (₹2500) की ही कमाई होती है,

  • जबकि Apple को प्रति iPhone $450 का लाभ होता है।

यदि निर्माण अमेरिका शिफ्ट किया गया तो

    • मजदूरी 13 गुना बढ़कर $2900/माह होगी

    • प्रति iPhone की असेंबली लागत $30 से बढ़कर $390 हो जाएगी

    • मुनाफा घटकर $60 रह जाएगा

GTRI का सुझाव है कि भारत को अब “शैलो असेंबली” से आगे बढ़कर चिपसेट, डिस्प्ले, कैमरा मॉड्यूल जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालीन आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना चाहिए।

कंगना की पोस्ट ने सोशल मीडिया में बवाल मचाया


हिमाचल से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने ट्रंप की टिप्पणी पर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना करते हुए पोस्ट में लिखा

“ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, लेकिन दुनिया के सबसे प्रिय नेता भारत के पीएम हैं।”

“ट्रंप का दूसरा कार्यकाल है, लेकिन मोदी का तीसरा।”

“ट्रंप अल्फा पुरुष हैं, लेकिन हमारे पीएम सब अल्फा पुरुषों के बाप हैं।”

इस पोस्ट के वायरल होते ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस पर आपत्ति जताई और कंगना से पोस्ट डिलीट करवाया। कंगना ने इस बात की पुष्टि करते हुए लिखा कि “मुझसे पोस्ट हटवाया गया, मैं क्षमा मांगती हूं।”

विक्रमादित्य सिंह का समर्थन, BJP पर हमला


इस घटनाक्रम के बाद हिमाचल प्रदेश के लोनिवि मंत्री विक्रमादित्य सिंह कंगना के समर्थन में सामने आए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा,
“हमारी बड़ी बहन ने सच्चाई बोलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें चुप करवा दिया गया।”
उन्होंने ट्रंप के बयान पर भाजपा की चुप्पी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि “Apple को धमकाने पर कोई नहीं बोलता, पर सच्चाई बोलने वाली महिला को चुप कराया जाता है।”

अब इस पूरे विवाद ने तकनीक, वैश्विक व्यापार, राजनीतिक रणनीति और सोशल मीडिया विमर्श को एक साथ जोड़ दिया है। अब देखना यह होगा कि भारत इस मुद्दे को असेंबली से आगे उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के मौके में कैसे बदलता है।