<p>कंधे की अकड़न या फ्रोजन एक ऐसी स्थिति है, जिससे कंधे में दर्द और कंधे की अकड़न हो जाती है और अंततः उपरी बांह और कंधे को हिलाना मुश्किल हो जाता है। फ्रोजन शोल्डर के लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और समय के साथ बिगड़ते जाते हैं। फ्रोजन शोल्डर की समस्या लगभग 40 से 70 वर्ष की आयु वर्ग में पाया जाता है। एक अनुमान के अनुसार लगभग तीन प्रतिशत जनसंख्या इससे प्रभावित होती है, जिसमें महिलाओं में थोड़ा अधिक और मधुमेह रोगियों में पांच गुना अधिक फ्रोजन शोल्डर की समस्या होती है।</p>
<p>कंधे की अकड़न या फ्रोजन शोल्डर से जुड़ी समस्याओं के बारे में फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के ऑर्थो विशेषज्ञ डॉ विक्रांत भारद्वाज ने बताया कि जब आप कंधे की चोट, उपरी शरीर के किसी भी हिस्से की सर्जरी, रोड एक्सीडेंट, मधुमेह, ह्रदय की स्थिति इत्यादि के कारण सामान्य रूप से कंधे के जोड़ का उपयोग करना बंद कर देते हैं, तब कंधे की अकड़न या फ्रोजन शोल्डर की समस्या उत्पन्न होती है।</p>
<p>यदि आपको फ्रोजन शोल्डर की समस्या है, तो आप आमतौर पर कंधे के दर्द का अनुभव करेंगे, इसके बाद कंधे की अकड़न में वृद्धि होगी। कंधे की अकड़न आपकी रोजमर्रा की गतिविधियों को करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है और कभी-कभी आप अपने कंधे को हिलाने में बिलकुल भी सक्षम नहीं होंगे। डॉ विक्रांत ने बताया कि ऑथ्रोस्कॉपी सर्जरी द्वारा कंधे की अकड़न को कम किया जाता है और कंधे को चलाने की क्षमता सुचारू रूप से क्रियान्वित हो जाती है। ऑथ्रोस्कॉपी सर्जरी के उपरांत फिजीयोथैरेपी द्वारा आप कंधे के दर्द से पूरी तरह आराम पा सकते हैं।<br />
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