यूं तो हींग का प्रयोग खाना बनाने के लिए किया जाता है परन्तु हींग में कई औषधीय गुण भी विद्यमान होते हैं। इसका प्रयोग आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है। हींग संजीवनी बूटी की तरह पाचन तंत्र को मजबूत करने का कार्य करती है। पेट में दर्द होने या पेट संबंधी अन्य बीमारियों के लिए यदि पेट पर हींग का पानी में घोलकर लेप लगाया जाए या फिर उसे पीने से भी काफी लाभ पहुंचता है। इसकी छोटी सी डली को आग में भूनकर खिला दिया जाए फिर पानी के साथ रोगी को खिला देने से लाभ हो जाता है।
इसके औषधीय गुण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाने में हमारी मदद करते हैं। कच्ची हींग का स्वाद लहसुन जैसा होता है, लेकिन जब इसे व्यंजन में पकाया जाता है तो यह उसके स्वाद को बढा़ देती है। इसे संस्कृत में 'हिंगु' कहा जाता है। इसके अलावा भी हींग के बहुत से फायदे हैं।
आइए, जानते हैं हींग के उन औषधीय गुणों के बारे में…
- सर्दी और जुकाम के लिए हींग अचूक औषधी है।
- हींग का सेवन करने से हाजमा भी ठीक रहता है।
- इसमें कई तरह के पोषक तत्व भी होते हैं।
- यह सिर दर्द, पेट दर्द और दांत दर्द के लिए भी फायदेमंद होता है।
- हींग का प्रयोग सूजन और इंफेक्शन को भी कम करता है।
दांत दर्द के लिए भी फायदेमंद है हींग
हींग में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो संक्रमण और दर्द की समस्या को दूर करते हैं। अगर आपके दांतों में संक्रमण है या मसूड़ों से खून निकलने और दर्द की समस्या है, तो हींग के प्रयोग द्वारा इससे राहत पाई जा सकती है। इसके लिए दांत के जिस भी हिस्से में दर्द हो, वहां हींग का एक छोटा सा टुकड़ा रख लें और दांतों से दबा लें। 5 मिनट में आपको दर्द से राहत मिलेगी। इसके अलावा आप हींग मिले गुनगुने पानी से कुल्ला कर सकते हैं, जिससे संक्रमण खत्म हो जाता है और दर्द से राहत मिलती है।
हींग ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करता है
हींग में कोउमारिन नाम का पदार्थ पाया जाता है। यह खून को जमने से रोकता ही है साथ ही साथ खून को पतला भी करता है। इससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में काफी मदद मिलती है।
सिर दर्द के लिए भी फायदेमंद हींग
सर्दी-जुकाम, तनाव और माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द में हींग के प्रयोग से आराम मिल जाता है। हींग में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं इसलिए ये सिर की रक्त वाहिकाओं की सूजन को कम करती है, जिससे दर्द में राहत मिलती है। इसके प्रयोग के लिए डेढ़ कप पानी में दो चुटकी हींग डालें और इसे उबालने के लिए आंच पर चढ़ा दें। जब ये पानी पकते-पकते एक कप से थोड़ा कम रह जाए, तो इसे आंच से उतार लें और इसे हल्का गुनगुना करके पी लें।
पेट की हर समस्या के लिए लाभकारी
प्राचीन काल से हींग का इस्तेमाल पेट की हर समस्या के लिए किया जाता रहा है। हींग में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों का भंडार होता है। पेट में कीड़े पड़ जाने पर, एसिडिटी, पेट खराब हो जाने पर हींग का सेवन काफी गुणकारी होता है।
महिलाओं से जुड़ी समस्याओं में दिलाए निजात
हींग में पाये जाने वाले एंटी-इन्फ्लेमेट्री तत्व पीरियड्स से जुड़ी सभी समस्याओं में निजात दिलाने में मदद करते हैं। इसके अलावा हींग महिलाओं में ल्यूकोरिया और कैंडिडा इंफेक्शन को ठीक करने में भी काफी करने में मदद करता है।
स्किन इंफेक्शन में हींग का प्रयोग गुणकारी
दाद, खाज, खुजली जैसे चर्म रोगों के लिए हींग बहुत फायदेमंद है। चर्म रोग होने पर हींग को पानी में घिसकर लगाने से फायदा होता है। हींग की प्रवृत्ति गर्म होती है इसलिए इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। उतना ही हींग लें जितना हम तड़के में डालने या सलाद के मसाले आदि में आप इसका सेवन नियमित रूप से कर सकते हैं।
खांसी के उपचार में भी करता है मदद
हींग का सेवन करने से बलगम प्राकृतिक रूप से दूर रहता है। यह एक श्वसन उत्तेजक की तरह कार्य करता है और खांसी को भी ठीक करने में मदद करता है। शहद और अदरक के साथ हींग को मिलाकर खाने से खांसी से काफी आराम मिलता है।