सबसे पहले तो यह जानना और समझना जरूरी है कि ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है। हमारा ब्रेन सेल्स से बना होता है। जब भी किसी कारण से ब्रेन की सेल्स का नियंत्रण बिगड़ने लगता है तो यह सेल्स खत्म होने लगते हैं। इसके बाद ब्रेन के काम में रूकावट पैदा होने लगती है। यदि ब्रेन में अनियंत्रित सेल्स तेजी से फैलते हैं तो कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं।
आज वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे यानी विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस है। ट्यूमर को आमतौर पर कैंसर से जोड़कर देखा जाता है, पर हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता। लेकिन सही समय पर इसका इलाज शुरू न किया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। आइए बात करते हैं ब्रेन ट्यूमर के लक्षण और कारण के बारे मेंः-
ब्रेन ट्यूमर के सबसे सामान्य लक्षण
- सिरदर्द आमतौर पर सुबह के समय अधिक तेज होना
- जी मिचलाना और उल्टी
- बोलने, देखने, या सुनवाई में बदलाव होना
- चलने या संतुलन में समस्याएं
- मनोदशा, व्यक्तित्व या ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में परिवर्तन
- देखने या सुनने में कठिनाई होना
- मांसपेशी में ऐंठन
- हाथ व पैरों में सुन्न होना, कमजोरी महसूस करना
- असामान्य थकान और थकावट
ब्रेन ट्यूमर के प्रकार
ब्रेन ट्यूमर दो प्रकार का होता है-प्राइमरी और सेकंडरी। प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर सिर्फ ब्रेन के उसी हिस्से में बढ़ता है, जिसमें शुरू होता है। वहीं सेकंडरी ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत ब्रेन के एक हिस्से में होती है लेकिन बाद में यह शरीर के दूसरे हिस्से जैसे- फेफड़े, ब्रेस्ट, किडनी, स्किन आदि में फैलने लगता है।