लोकसभा चुनावों की तैयारियां प्रदेश में बीजेपी की तरफ से जोरों पर हैं और सभी उम्मीदवारों मतलब चुने हुए सांसद अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में जनसभाओं और जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार अब एक नया फरमान संगठनात्मक रूप से आया है। जिसमें कहा गया है कि मौजूदा सांसद के अलावा 2 और नाम भी संगठन में देगा जो लोकसभा चुनाव लड़ने में सक्षम होने चाहिए। बीजेपी के लोग इस चर्चा को होने वाले नए सर्वे का हिस्सा मान रहे हैं।
बतातें चले की हिमाचल के 4 सांसदों में जहां कांगड़ा से शांता कुमार अगर चुनाव नहीं लड़ने की बात करेंगे तो स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार या प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष इंदु गोस्वामी के नाम पर चर्चा हो सकती है।
अगर हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो सांसद अनुराग ठाकुर को लेकर कोई विवाद नहीं है। लेकिन, अगर 2 नाम जाएंगे तो इनमें प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती और दूसरा नाम पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के हो सकते हैं।
वहीं, मंडी से सांसद राम स्वरुप को कमजोर माना जा रहा है और सारी कमान खुद मुख्यमंत्री को ही संभालनी है। ऐसे में मंडी से बीजेपी के पास वन मंत्री गोविन्द ठाकुर के इलावा पंडित सुखराम परिवार से आश्रय शर्मा का नाम हो सकता है।
इसके बाद अगर हम शिमला की बात करें तो यहां बीजेपी के सांसद वीरेंद्र कश्यप हैं लेकिन, वो भी आरोपों के घेरे में हैं और ऐसे में सुरेश कश्यप, राजेश कश्यप या तरसेम भारती यहां से अपनी उम्मीदवारी जाता सकते हैं क्योंकि ये सीट रिज़र्व कोटे से हैं।
अब देखना ये है कि बीजेपी के इस सर्वे में कौन कहां फिट बैठेगा और किस का टिकट कटेगा और किसका बचेगा ये भविष्य के गर्भ में छुपा है।
वहीं, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि पार्टी चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है और सभी कार्यकर्ता चारों सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए काम कर रहें हैं। लेकिन हमारे पास इस तरह की कोई जानकारी नहीं हैं जिसमें लोकसभा चुनावों के लिए अतिरिक्त नाम मांगे हो।