फलों के राजा आम का स्वाद वैसे तो गर्मियों में ही चखने को मिलता है, लेकिन नादौन के कांगू में आम के ऐसे पेड़ हैं जो साल में दो बार फल देते हैं। यहां आपको ऐसे सीजन में भी आम खाने को मिल जाएंगे, जब कहीं आम देखने को नहीं मिलते। जी हां, नादौन के कांगू बुढाणा में रिटायर्ड कानूनगो शांति स्वरूप चंद कटोच के बागीचे में आम के ऐसे तीन बारह मासी पेड़ हैं, जो पूरा साल फल देते हैं।
शांति स्वरूप ने बताया कि ये आम के पेड़ पिछले छह साल से साल में दो बार फल देते हैं। उन्होंने बताया कि 10 साल पहले उन्होंने अपने देसी आम के पौधों पर कलम करवाई थी। इसके चार साल बाद ये पेड़ साल में दो बार फल देने लग गए। उन्होंने कहा कि अब वह ऑफ सीजन भी आम का स्वाद लेते हैं।
शांति स्वरूप ने कहा कि उन्हें इस बात का मलाल है कि यूं तो सरकार और विभाग कृषि-बागवानी को बढ़ावा देने के दावे करते हैं, लेकिन आज दिन आम के बेमौसमी फल देने के बारे में किसी ने रुचि नहीं ली। आज तक संबंधित विभाग के किसी कर्मचारी या अधिकारी ने उनसे इस बारे में नहीं पूछा, जिससे बेमौसमी आमों की तकनीक को और विकसित किया जा सके।