हिमाचल विधानसभा चुनावों के बाद सबकी नज़र अब 18 दिसंबर पर टिकी हुई है। इस लम्बे इंतज़ार के बीच नेता आजकल आराम फरमा रहे हैं। कई नेता थकान मिटाने के लिए बाहरी राज्यों का रुख कर रहे हैं। कुछ नेता शिमला के माल रोड़ में घूमते नज़र आने लगे हैं। कई नेता विवाह शदियों में मसरूफ़ है। इसके साथ ही दोनों ही मुख्य दलों कांग्रेस एवम बीजेपी के मुख्यमंत्री चेहरे शिमला में है।
दोनों ही अपनी अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे है। फर्क सिर्फ इतना है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल 60 प्लस से सरकार बनाने का दावा कर रहे है दूसरी तरफ वर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र बहुमत के साथ मिशन रिपीट की बात कह रहे है। इसी बीच दोनों दलों ने चुनावों के मंथन पर बैठक भी रख दी है बीजेपी ने 19 नंवबर को हमीरपुर में चुनावी मंथन के लिए बैठक रखी है जबकि कांग्रेस 22 नवंबर को शिमला में ये बैठक रखी है।
माना जा रहा है कि इन बैठकों में नेताओं से फीडबैक लेकर एक तो जीत के प्रति आश्वस्त होने की बात होगी दूसरा जिन पदाधिकारियों ने चुनावों में पार्टी के खिलाफ कार्य किया है उनकी लिस्ट भी बन सकती है। हालांकि भीतरघात करने वालो पर दोनों ही दलों ने कार्यवाही भी की है लेकीन इसमें कई ओर लोगों को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
खैर ये तो पार्टी के अंदरूनी मसले है।
लेकिन, हिमाचल के शरद मौसम के बीच 18 दिसम्बर का लम्बा इंतज़ार नेताओं पर अभी से भारी पड़ने लगा है। भले ही जब चुनाव लड़ने वाले नेताओं से पूछा जाता है कि क्या हालात है तो वह आत्मविश्वास की कोशिश के साथ कहते है कि अच्छी स्थिति है लेकिन चेहरे के भाव सब कुछ व्यान कर देते है कि अधिकतर नेता अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नही है।