जिस कोटखाई गुड़िया रेप मर्डर मामले को लेकर हिमाचल में भूचाल आ गया और जनता सड़कों पर उतर आई थी, कोटखाई थाने को जला दिया गया, गाड़ियां जलाई गईं गुड़िया को न्याय दिलाने वाले वह लोग अब क्यों शांत होगए हैं। बीजेपी ने भी इस मामले को खूब उछाला। यहां तक कि जनता एवम विपक्ष के दबाव में तत्कालीन कांग्रेस सरकार को मामला जांच के लिए सीबीआई को सपुर्द करना पड़ा।
लेकिन अब सरकार बदल चुकी है व्यवस्था बदली है लेकिन गुड़िया मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई सात माह से हाथ पांव मार रही है लेकिन अभी तक खाली हाथ है। सरकार ने भी गुड़िया हेल्पलाइन जारी कर मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है जबकि गुड़िया को अभी तक न्याय नही मिला है।
सड़कों पर हल्ला मचाने वाला आंदोलन अब न जाने कहां है, गुड़िया के लिए न्याय मांगने वाले नेता खामोश है आईजी समेत पुलिस कर्मी हिरासत में चल रहे है और सीबीआई खाली हाथ है। अब गुड़िया के साथ कब न्याय होगा किसी को कुछ पता नहीं, न्याय कौन दिलाएगा इस पर भी सवाल है।