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क्या बिलासपुर जिला में बदलेंगे कांग्रेस-बीजेपी के राजनीतिक समीकरण!

नवनीत बत्ता |

हिमाचल प्रदेश का बिलासपुर जिला राजनीतिक दृष्टी से महत्वपूर्ण स्थान रखता है। विधानसभा चुनाव में बिलासपुर जिला इस लिए महत्वपूर्ण बन गया है क्योंकि राजनीति का एक बड़ा चेहरा जगत प्रकाश नड्डा यहां से केंद्रीय मंत्री हैं और इसके साथ ही हिमाचल में चुनाव प्रचार का पूरा जिम्मा सभाले हुए हैं इसलिए आज हम आपको सबसे पहले बिलासपुर जिला की 4 विधानसभाओं का राजनितिक हाल बताने जा रहा हैं।

बिलासपुर सदर की बात करें तो कांग्रेस प्रत्याशी बंबर ठाकुर के भाई विजय ठाकुर के बीजेपी में शामिल हो जाने से बंबर ठाकुर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दूसरी और कांग्रेस के जिला परिषद् सैनी जो की आजाद खड़े हैं वह भी ठाकुर के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।

झंडूता विधानसभा भी इस बार कांग्रेस के लिए लड़ाई लड़ने वाली है क्योंकि यहां पर बीजेपी ने रिखी राम कौंडल का टिकट काटकर कटवाल को टिकट दिया है लेकिन कांग्रेस ने यहां बिना कोई चांस लिए वीरू राम को टिकट  दिया है। अब यहां पर बीजेपी का भीतर घाट महत्वपूर्ण है। क्योंकि, बीजेपी के रिखी राम कौंडल यहां काफी समय  तक सक्रिय रहे हैं।

नैनादेवी विधानभा में कांग्रेस- बीजेपी दोनों के दिग्गज आमने सामने हैं और प्रदेश की हॉट सीटों में से एक सीट ये भी है। रणधीर शर्मा यहां से बीजेपी तो राम लाल ठाकुर कांग्रेस के उमीदवार हैं। राम लाल ठाकुर ने इस बार लड़ाई को गंभीरता से लिया है और जीत के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

घुमारवीं में देखा जाए तो कांग्रेस के उम्मीदवार राजेश धर्माणी का बड़ा नाम है और वो लगातार इस क्षेत्र से जीतते आ रहे हैं लेकिन, एम्स फैक्टर जैसा की बीजेपी दावा कर रही है यदि महत्वपूर्ण बनकर सामने आता है तो बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र गर्ग को  इसका लाभ मिल सकता है।