हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में हुए हंगामें के 6 दिन से दोनों पक्षों के बीच चला आ रहा गतिरोध आज ख़त्म हो गया। विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ विपक्ष के सदस्य की बैठक में गतिरोध समाप्त करने पर सहमति बनी। उसके बाद संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने सदन में निलंबन को वापस लेने का प्रस्ताव लाया और निलंबित विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, विनय कुमार, सुंदर सिंह, हर्षबर्धन चौहान और सतपाल रायजादा का निलंबन वापस ले लिया।
विपक्ष की तरफ से आशा कुमारी ने कहा कि लोकतांत्रिक परम्पराओं का सम्मान करते हुए सदस्यों के निलबंन को वापस लेने पर सहमति बनी है। आगे से सदन के अंदर बेहतर माहौल बने इस के लिए दोनों पक्ष भाषा पर संयम रखें। इसमें कांग्रेस की तरफ से धनी राम शांडिल और सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गतिरोध ख़त्म करने को लेकर धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री जय रम ठाकुर ने कहा कि 26 फ़रवरी को जो हुआ उसको भूलकर आगे बढ़ना चाहिए। इस दौरान मीडिया ने सत्ता पक्ष और विपक्ष की बात जनता तक पहुंचाई लेकिन मज़ा आमने-सामने चर्चा में आता है। विवाद कितना भी बड़ा हो हल संवाद से ही होता है। विपक्ष का स्वागत है सबको मिलकर अपने दायित्व को निभाना है। इसी के साथ विपक्ष के पांचों सदस्यों का निलंबन सर्वसम्मति से वापिस ले लिया गया।
गतिरोध ख़त्म होने के बाद अब 6 मार्च को मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए जाने वाले बजट में विपक्ष मौजूद रहेगा। गतिरोध को ख़त्म करने के लिए कॉमरेड राकेश सिंघा ने अहम भूमिका अदा की व विधानसभा अध्यक्ष के दखल के बाद गतिरोध समाप्त हो गया।