वैसे तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भाजपा का समर्थित छात्र संगठन है। लेकिन आजकल एबीवीपी ने सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। हिमाचल विवि परिसर में विवेकानंद की मूर्ति लगाने, बेसहारा पशुओं सहित कुत्तों पर नकेल कसने, सफ़ाई व्यवस्था और अन्य मांगों को लेकर एबीवीपी ने मेयर का घेराव कर दिया। साथ ही दफ़्तर के अंदर जमकर नारेबाजी की। मेयर से जबाब तलब किया गया लेकिन जबाव न बनता देख नगर निगम आयुक्त को बुलाया गया तब जाकर आश्वासन मिलने के बाद एबीवीपी मानी।
एबीवीपी प्रान्त राहुल राणा ने कहा कि पिछले 8 माह से विवेकानंद की मूर्ति लगने का मामला लटकाया जा रहा है। आवारा पशु लोगों व विद्यार्थियों को घायल कर रहे हैं। कुत्तों की समस्या पूरे शिमला में बढ़ रही है। सफ़ाई व्यवस्था का जनाज़ा निकल चुका है। लेकिन नगर निगम शिमला हर मोर्चे पर विफ़ल सिद्ध हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि एक माह के भीतर यदि समस्याओं का समाधान नही हुआ तो एवीबीपी उग्र आंदोलन खड़ा करेगी ओर मेयर को निगम दफ़्तर में घुसने नहीं देगी।
उधर नगर निगम शिमला की मेयर सत्या कौंडल ने कहा कि मूर्ति वाले मामले में सरकार और प्रशासन के साथ जल्द बैठक करेंगे और जल्द अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा अन्य मांगों पर भी विचार किया जाएगा और समस्याओं को जल्द सुलझाने की कोशिश की जाएगी।