सोलन के कांग्रेस विधायक धनी राम शांडिल ने प्रदेश सरकार पर अपनी अनदेखी के आरोप लगाए हैं। शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार नियम कायदों से काम नहीं कर रही है। कांग्रेस के विधायकों की अनदेखी की जा रही है। सरकारी कार्यक्रमों में विपक्ष के विधायकों को नहीं बुलाया जा रहा है। सरकारी अफ़सर भी अपने कर्तव्य को नहीं निभा रहे हैं। उनको समझना चाहिए कि सरकारें बदलती रहती है। उनको अपना कार्य निष्पक्ष होकर करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सोलन के कार्यक्रमों में भी उनको तरज़ीह नही दी जा रही है। शालुनी मेले के कार्ड और कमेटी में स्थानीय विधायक का नाम तक नहीं लिखा गया है। जबकि, शालुनी मेले का अध्यक्ष स्थानीय विधायक होता था। इसकी जिम्मेदारी अब डीसी को दे दी गई है। जिससे पता चलता है कि जय राम सरकार नोसीखिये चला रहे है। शांडिल ने बताया कि इसको लेकर उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताने की कोशिश की है।
शांडिल ने केन्द्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि केन्द्र द्वारा थोपा गया जीएसटी देश के लिए नुकसान का सौदा साबित हुआ है। यूपीए सरकार ने 72 हज़ार करोड़ का किसानों का कर्ज़ माफ किया। लेकिन, एनडीए सरकार में इतना ही पैसा माल्या और नीरव मोदी कंपनी लेकर भाग गई। जम्मू कश्मीर के हालात किसी से छिपे नहीं हैं। लेकिन, जिस तरह से महबूबा सरकार को गिराने के लिए बीजेपी ने अपने कदम पीछे हटा लिए और राज्यपाल को जिम्मा सौंपा ये सवालों के घेरे में है।
शांडिल ने कांग्रेस की गुटबाज़ी पर कहा कि कांग्रेस का इतिहास बहुत लंबा है। इसलिए गुटबाज़ी भूलकर शालीनता का परिचय दे ताकि पार्टी को मजबूत किया जा सके।