कृषि और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा है कि कुल्लू और कांगड़ा जिला में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री स्थापित की जाएंगी, जिनके लिए बजट में 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। मणिकर्ण घाटी के गांव शाट में सब्जी मंडी के निरीक्षण के बाद डॉ. मारकंडा ने कहा कि किसानों की पैदावार को नुकसान से बचाने, उचित दाम दिलाने और स्थानीय युवाओं को रोजगार के उद्देश्य से ये उद्योग स्थापित किए जाएंगे।
फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री स्थापित होने से हिमाचल के किसानों को सही दाम मिल सकेंगे और साथ ही युवाओं को रोजगार का साधन भी मुहैया हो सकेगा। बता दें कि हिमाचल में पैदा किए जाने वाले फलों और सब्जियों से इन इंडस्ट्रीज में उत्पाद बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को आधुनिक खेती के लिए प्रेरित करने के लिए पॉवर टिल्लर और अन्य आधुनिक उपकरण प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाएगी। इन उपकरणों पर 25 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। डॉ. मारकंडा ने कहा कि शाट सब्जी मंडी के विस्तार के लिए शीघ्र ही उचित कदम उठाए जाएंगे। कृषि मंत्री ने पीणीवासियों की सुविधा के लिए पैदल पुल बनाने का आश्वासन भी दिया।