बीजेपी की तिरंगा यात्रा में सांसद अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रविवार को सांसद ने बाली-वीरभद्र पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में दो ही नहीं बल्कि कई खेमे हैं जो कि आपसी लड़ाई के शिकार हैं। अब तो कांग्रेस के नेता भी मुख्यमंत्री को काली भेड़ों की उपाधि देने लगे हैं जो कि काफी शर्मनाक है। प्रदेश में माफिया राज से लेकर दुष्कर्मों पर सरकार का ढील सामने आई है। यहां तक की कांग्रेस के प्रभारी खुद असमंजस में हैं और इसी हड़बड़ी में कभी वे मुख्यमंत्री का चेहरा वीरभद्र को बताते हैं तो कभी आलाकमान पर फैसला छोड़ देते हैं।
समाचार फर्स्ट द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस में खुद मुख्यमंत्री का चेहरा डिसाइड नहीं है, फिर भी वह बीजेपी के मुख्यमंत्री कैंडिडेट के पीछे पड़े रहते हैं। इन सब कारण यह है कि उन्हें भविष्य में अपने कामों के लिए बीजेपी के ही मुख्यमंत्री के पास आना पड़ेगा, लेकिन, वह चिंता ना करें। आने वाले चुनावों में आवश्य बीजेपी के जीत होगी और मुख्यमंत्री भी बीजेपी का ही बनेगा।
सांसद ने कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़ता जा रहा है कि जब कि प्रदेश सरकार सिर्फ अपनी जेबे भरने में लगी है। हद तो तब हो गई जब मुख्यमंत्री की पत्नी ही गुनाह को छिपाने के लिए किसी को रिश्वत देने लगी। अनुराग ने कहा कि उनकी पत्नी पीड़ित के घर में जाती हैं और उन्हें 25 हजार देकर कहती हैं कि सीबीआई जांच पत कराओ, जिससे दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है।