लोकसभा चुनाव में अनुराग ठाकुर की जीत कई मायनों में महत्वपूर्ण है। विशेष रूप से जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद कह गए हों कि आप अनुराग को जितवाओ मैं उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दूंगा। उनकी इस बात को अनुराग ठाकुर ने ही नहीं बल्कि सभी मतदाताओं ने इतनी गंभीरता से लिया कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के हर बूथ से उनको लीड मिली और अनुराग ठाकुर को 3,87,812 वोटों से विजयी बनाया।
इस बड़े जीत के अंतर को देखकर यह कहा जा सकता है कि अनुराग ठाकुर ने एक और जहां राष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित कर दिया, वहीं अमित शाह का दिल भी जरूर जीत लिया है। ग़ौर करने वाली बात है कि अमित शाह ने अपने पूरे चुनाव प्रचार किसी प्रत्याशी के लिए इस तरह की वोट अपील नहीं की और न ही किसी को जिम्मेदारी की बात कही। उनका अनुराग ठाकुर के लिए ये संबोधन कांग्रेस के लिए इतना महंगा पड़ा कि यहां से कांग्रेस को चौथी बार हार का मुंह देखना पड़ा।
अब अनुराग ठाकुर जीत चुके हैं और देखने वाली बात यह होगी कि क्या अमित शाह अपना वादा निभाते हैं। यहां तक कि इस पर पूरे हिमाचल की निगाहें भी टिकी हुई हैं। वहीं अगर धूमल परिवार की बात करें तो प्रेम कुमार धूमल की हार के बाद अनुराग की यह ऐतिहासिक जीत परिवार के लिए संजीवनी का काम करेगी। क्योंकि उन्होंने सुजानपुर से भी लीड लेकर कांग्रेस को कहीं न कहीं हार की आइना दिखाया है।