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जब आसाराम के खिलाफ जज ने फैसला सुनाया, तो वह हंसने लगा

समाचार फर्स्ट डेस्क |

आसाराम जैसे लोगों को उनके गुनाहों के लिए अदालत जब फैसला सुनाती है, तो न्याय पर यकीन गहराने लगता है। 2013 में एक नाबालिग से हुए रेप केस में कोर्ट ने आसाराम और 4 अन्य को दोषी माना है। आसाराम को POCSO और जुवेनाइल जस्टिक के तहत दोषी करार दिया गया है। 4 अन्य दोषियों में शिवा, प्रकाश, शरत और शिल्पी शामिल हैं।

अदालत में जब जज आसाराम के खिलाफ फैसला सुनाया तो वह हंसने लगा। जज मधुसूदन शर्मा ने आसाराम को दोषी करार दिया। इसके बाद आसाराम ठहाके मारकर हंसने लगा और राम का नाम जपने लगा। पूरी सुनवाई के दौरान वह हरिओम का जाप कर रहा था।

2013 में आसाराम को गिरफ्तार किया गया था। तब से वह जेल में ही बंद था। कई बार उसने जमानत की याचिका दायर की, लेकिन उसकी याचिका खारिज कर दी गई। अभी तो यह पहला केस है, जिसमें आसाराम को दोषी करार दिया गया है। माना जा रहा है कि इसमें 10 साल से लेकर उम्रकैद की सजा हो सकती है। सजा थोड़ी देर में सुनाई जाने वाली है।

इसके अलावा आसाराम के खिलाफ अभी दो और मुकदमे चल रहे हैं। गुजरात के मोटेरा और सूरत की दो बहनों के साथ हुए बलात्कार का केस है। इस मामले में आसाराम का बेटा नारायण साईं भी आरोपी है।

रसूख नहीं आया काम

आसाराम का रसूख राजनेताओं में भी काफी रहा है। देश के कई अमीर उसके ड्योढ़ी पर मत्था टेकते थे। यहां तक कि केस को प्रभावित करने के लिए काफी स्तर पर काम हुए। कई राजनेताओं ने तो आसाराम के पक्ष में आवाज उठाकर महौल बनाने की कोशिश की। कई कट्टरवादी संगठनों ने इसे हिंदू-संतो को टारगेट करने और प्रोपगैंडा बनाने की कोशिश की। गवाहों को डराया धमकाया गया। यहां तक कि देश के सलमान खुर्शीद, केटीएस तुलसी, सुब्रमण्यम स्वामी, राम जेठमलानी, सिद्धार्थ लूथरा, यूयू ललित जैसे देश के नामी वकीलों ने आसाराम का केस लड़ा। लेकिन, आखिरकार न्याय को अस्थिर नहीं किया जा सका और अदालत ने आसाराम के पाप की पुष्टि कर दी। अब आसाराम औपचारिक रूप से एक मुजरिम है।