डलहौजी से कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने मुख्यमंत्री से बाहर फंसे या अपने घरों से दूर लोगों को सुरक्षित घऱ पहुंचाने के लिए लेटर लिखा है। साथ ही आशा कुमारी ने पूर्व मंत्री जीएस बाली की तरह कर्फ्यू पास पर भी सवाल उठाए हैं।
अपने लेटर में आशा कुमारी ने लिखा कि 'हम सभी कोरोना वायरस के रूप में गंभीर महामारी से जूझ रहे हैं, इसने दुनिया भर में को अपनी चपेट में ले लिया है । कोरोना के चलते देश को 14 अप्रैल, 2020 से लॉकडाउन किया गया है। और अब इस लॉकडाउन को 30 अप्रैल, 2020 तक बढ़ाने की पूरी तैयारी चल रही है। ऐसे में 'मैं आपके संज्ञान में लाना चाहती हूं कि बड़ी संख्या में लोग राज्य के भीतर और अपने घर से बाहर आजीविका कमाने के प्रयासों में हैं। उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।
चंबा जिले और मेरे निर्वाचन क्षेत्र से लोग कांगड़ा, मंडी, किन्नौर और राज्य के अन्य हिस्सों और यहां तक कि हिमाचल के बाहर भी फंस गए हैं। ऐसे में सरकार इन पर जरूर ग़ौर करे। चूंकि अंतर-जिला आने-जाने की अनुमति नहीं है, ऐसे में पिक एंज चूज़ के आधार पर पास जारी किए जा रहे हैं जो कि गंभीर चिंता का विषय है। उचित परिभाषा के बिना इस तरह की नीति के पीछे कारण क्या हैं।
इस चिट्ठी में आशा कुमारी ने एक उदाहरण भी दिया है । जिसमें किन्नौर डीसी के पास बांटने के तौर तरीके पर सवाल खड़े किये हैं । उन्होंने सीएम से हिमाचल के अंदर ही अलग अलग जिलों में फंसे लोगों को तत्काल मदद मुहैया करवाने की अपील की है ।