हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र भंग हो गया है। विपक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कोटखाई मामले पर चर्चा की मांग की। इसी बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही भी शुरू कर दी। लेकिन, विपक्ष ने विरोधस्वरूप सदन के अंदर नारेबाजी शुरू कर दी है। विपक्ष नारेबाज़ी करते हुए बेल में घुस गए। इस हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित की।
शोकाद्गार के बाद जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ बीजेपी विहिप सुरेश भारद्वाज अपनी कुर्सी से खड़े हुए और कहा कि विपक्ष ने नियम 67 स्थगन प्रस्ताव के तहत कोटखाई गुड़िया मामले में चर्चा मांगी है। पहले उस पर चर्चा हो उसके बाद सदन की आगे की कार्यवाही शुरू हो। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि उनके फेसबुक से कुछ लोगों के फोटो कैसे पोस्ट हुए? इसी बात को आगे बढ़ते हुए देहरा के बीजेपी विधायक रविन्द्र रवि ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किये और गुड़िया, होशियार सिंह, युग एवम रोहड़ू हत्याकांड का हवाला देते हुए सरकार पर सवाल उठाए।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष बुटेल ने बताया कि मंगलवार 9:15 पर भाजपा ने ये प्रस्ताव दिया है उससे सरकार को अवगत करवा दिया गया है और सरकार से जवाब मांगा गया है। इसलिए इस पर स्थगन प्रस्ताव मांगना गलत है। सरकार ने गुड़िया मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी जो चल रही है। स्पीकर ने कहा कि इस पर आगे भी चर्चा हो सकती है। दूसरी तरफ विपक्ष चर्चा की मांग पर अड़ गया और हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते सत्र को एक दिन के लिए स्थगित करना पड़ा।