प्रतिपक्ष नेता प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बयान का खंडन करते हुए प्रदेश सरकार को दोषी ठहराया है। धूमल ने कहा कि रेप कांड जैसी घटनाओं को जो मुख्यमंत्री सामान्य मानता हो तो वह अत्यंत शर्मनाक बात है। प्रदेश सरकार माफियाओं के अपराधियों को संरक्षण दे रही है जिस वजह से हिमाचल में ऐसी शर्मनाक घटनाएं हो रही हैं।
धूमल ने कहा कि तीसा में माहौल तनावपूर्ण है। इसी बीच मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपना दौरा रद्द कर देते हैं जो कि बड़ी कायरता की बात है। मेरे ख्याल से ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री का वहां जाना पुलिस और जनता के लिए काफी सहायक सिद्ध होता। लेकिन सरकार चाहती ही नहीं कि कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरे और जनता का कुछ भला हो। इसलिए अब उन्हें जनता को शांत कराना चाहिए या फिर अपने पद से त्याग दे देना चाहिए।
देवभूमि को दुष्कर्म भूमि बनाया
धूमल ने कहा कि आज प्रदेश के सभी हिस्सों से कई ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। हर मामले में जनता पुलिस और सरकार का विरोध कर रही है और सीबीआई जांच की मांग कर रही है। जनता की इस मांग से सरकार की छवि साफ होती है कि उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं। वीरभद्र सरकार ने आज पूरे प्रदेश को दुष्कर्म भूमि बना कर रख दिया है।