विधानसभा चुनावों से ठीक पहले दोनों पार्टी नेताओं की जुबानी जंग तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को बीजेपी के कद्दावर नेता प्रेम कुमार धूमल ने कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया और मुख्यमंत्री वीरभद्र के खिलाफ तीखे बाण छोड़े।
मटौर में धूमल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मुखिया और उनका परिवार जमानत पर चल रहा है। आए दिन ये जमानती परिवार दिल्ली कोर्ट के चक्कर लगाने दौड़ा रहता है, जबकि विकास की बात आए तो बोलती बंद हो जाती है। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेस हाईकमान ने ऐसे आदमी को बागडोर सौंपी है जो भ्रष्टाचार के मामलों से लिप्त है।
आरोप लगाते हुए धूमल ने कहा कि मेरे कार्यकाल में यूपीए सरकार ने हिमाचल को सिर्फ 20 हजार करोड़ दिया, जबकि पिछले 3 सालों में मोदी ने हिमाचल को 1 लाख 15 हजार करोड़ की सहायता दी। लेकिन, कांग्रेस राज में ये पैसा कहां गया, क्योंकि सड़के बदहाल हैं, बिजली पानी की समस्या ठप पड़ी है और विकास हुआ भी तो सिर्फ कांग्रेसी नेताओं का। यही वजह है कि आज प्रदेश की जनता कांग्रेस से दुखी हो चुकी है और वह जल्द ही बदला लेगी।
गुड़िया कांड बीजेपी के लिए अहम मुद्दा
हर बार की तरह गुड़िया कांड के इस मुद्दे को एक बार फिर मटौर की जनसभा में उछाला गया। वीरभद्र सिंह के बयान को ढाल बनाते हुए धूमल ने कहा कि हिमाचल का गुड़िया कांड आज पूरे हिमाचल वासियों के कानों में गूंज रही है। धूमल ने कहा कि कुछ दिनों पहले में गुड़िया के घर गया था तो उसकी बहन ने कहा कि एक और मेरी बहन के साथ ये दुराचार हुआ है और उपस सीएम का ऐसा बयान शर्मनाक है। उसकी बहन से सवाल किया कि मेरी बहन की जगह यदि वीरभद्र सिंह की बेटी होती तो क्या फिर भी वे यहीं कहते।