कोटखाई दुष्कर्म हत्या मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि पुलिस बड़ी मछलियों पर हाथ डालने की बजाय गरीबों पर गुनाह डालने पर लगे हुए हैं। अगर ऐसे मामलों में जो नेता और ऑफिसर ऐसे अपराधियों को बचाने की कोशिश करते हैं, उन्हें पद से हटा देना चाहिए। इसके साथ ही ऐसे अपराधियों को बचाने की कोशिश करने वालों को मर जाना चाहिए, फिर चाहे वो मंत्री हो या मुख्यमंत्री हो। यदि पुलिस मामले को लेकर फेल हुई है, तो मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
सतपाल सत्ती ने कहा कि इस घटना को लेकर कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों की संलिप्तता है। लेकिन, जो नाम सामने लाए गए उससे तो यही लग रहा है कि गरीब लोगों पर गुनाह डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस घटना में नेपाली पकड़े हैं और नेपालियों का इतिहास रहा है कि वह मर्डर या चोरी करने के बाद नेपाल भाग जाते हैं। नेपाली चार दिन तक वहां क्यों बैठे रहेगा। पुलिस को तथ्यों के आधार पर इस घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को पकड़ना चाहिए।
सतपाल का कहना है कि हादसे में यदि कोई नेता इस मामले में किसी पर दबाव बनाने या बचाने की बात करने आता भी है, तो उसे पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। इस घटना से सरकार के पूरे तंत्र की नालायकी उजागर हुई है और सरकार को मान लेना चाहिए कि यहां पर पूरा तंत्र फेल है। इसके साथ ही इस घटना की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर अफवाहें ना फैलाएं युवा: कांग्रेस
उधर, इस मामले में कांग्रेस कमेटी मीडिया प्रभारी नरेश चौहान ने कहा कि बीजेपी इस मामले में राजनीति न करे, क्योंकि यह देश और प्रदेश से जुड़ा हुआ मामला है। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर अफवाहें ना फैलाएं। साथ ही शिमला के लोग भी सोशल मीडिया में फैली अफवाहों के आधार पर मामले को तूल न दें।
नरेश चौहान ने कहा कि लोगों को पुलिस पर भरोसा रखना चाहिए, क्योंकि इसी पुलिस ने कई बड़े-बड़े मामलों को सुलझाया है। इसलिए पुलिस ने गुड़िया रेप हत्या मामले में जो आरोपी पकड़े हैं वे किसी न किसी सुबूत के आधार पर पकड़े हैं। लेकिन, फिर भी जनता को लगता है कि गलत लोगों को पकड़ा गया है तो पुलिस तथ्यों के साथ मामले की पुष्टि करेगी।