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लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका, योगी का भी गढ़ हाथ से निकला

समाचार फर्स्ट डेस्क |

उत्तर प्रदेश औरबिहार में तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजों ने आने वाले नए राजनीतिक समीकरण की तरफ इशारा कर दिया है। उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर में बीएसपी के सहयोग से समाजवादी पार्टी ने बीजेपी को पटखनी दे दी है।

फुलपुर में सपा प्रत्याशी नागेंद्र पटेल ने बीजेपी के कौशलेंद्र पटेल को 59613 वोटों के अंतर से हरा दिया। फूलपुर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सीट थी। वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर भी हाथ से निकल गई। वहीं, बिहार के अररिया में भी लालू यादव की पार्टी आरजेडी के उम्मीदवार ने बीजेपी के प्रदीप सिंह को बड़े अंतर से हराया है। बिहार के जहानाबाद विधानसभा सीट पर भी आरजेडी ने जीत दर्ज की। जबकि, BJP ने बिहार की भभुआ विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। 

अति-आत्मविश्वास ने हराया: योगी

लोकसभा उपचुनाव में अपने ही गढ़ को बीजेपी के दिग्गज नहीं बचा पाए। गोरखपुर की हाईप्रोफाइल सीट पर भी कुछ ख़ास टक्कर देखने को नहीं मिली। चुनाव में हार पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माना की पार्टी का अति-आत्मविश्वास हराया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम इस गठबंधन को समझने में फेल रहे, जिसका एक कारण अतिआत्मविश्वास भी है। दोनों चुनाव हमारे लिए एक सबक है, इसकी समीक्षा की काफी जरूरत है। योगी ने कहा कि वे इस फैसले को स्वीकार करते हैं और जीते हुए प्रत्याशी को बधाई देता हूं। 

अखिलेश ने मायावती को कहा थैंक्स, योगी पर बरसे 

उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर भारी जीत से गदगद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी सहयोगी बीएसपी सुप्रीमो मायावती को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव में सहयोग देने वालीं कांग्रेस, निषाद और पीस पार्टी समेत तमाम दलों का भी शुक्रियादा किया।

अखिलेश ने मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी और यूपी के योगी सरकार पर खूब तंज कसे। उन्होंने योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि सदन पटल पर प्रदेश का मुख्यमंत्री अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हैं। सपा और बसपा के गठबंधन को सांप-छछुंदर का नाम दिया जा रहा है। मैंने कभी खुद को पिछड़ा नहीं माना, लेकिन बीजेपी के लोगों ने अपने बयानों से पिछड़ा दर्शाने की कोशिश की।

अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार धर्म और जातियों को बांटने का काम करती है। लेकिन, प्रदेश की गरीब, दलित, किसान और पिछड़ों ने बीजेपी को सबक सीखा दिया है। अखिलेश यादव ने दावा किया कि यहां से बीजेपी के अच्छे दिन खत्म हो गए हैंं और बुरे दिन शुरू हो गए हैं।