<p>हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों का मतदान बेशक ईवीएम में कैद हो चुका है। लेकिन अभी से बीजेपी को सत्ता में आने का फिक्र होने लगा है। इसी कड़ी में रविवार को जहां बीजेपी चुनावों के आकलन को लेकर हमीरपुर में महामंथन कर रही है, वहीं कांग्रेस के हिमाचल प्रमुख वीरभद्र सिंह को कांग्रेस नहीं बल्कि अपने बेटे के भविष्य की ज्यादा चिंता है।</p>
<p>रविवार को वीरभद्र सिंह अपने सरकारी आवास ओक ओवर में शिमला ग्रामीण के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। बैठक में वीरभद्र मुख्य रूप से शिमला ग्रामीण सीट पर हुए मतदान का आकलन किया जा रहा है और अपने बेटे की जीत का अपने स्तर पर जायजा लिया जा रहा है।</p>
<p>बेटे की ये चिंता एक पिता के लिये लाजमी भी है क्योंकि वीरभद्र सिंह कई दफा शिमला ग्रामीण का ताज पहन चुके हैं, जबकि विक्रमादित्य सिंह पहली दफा अपने पिता के क्षेत्र से किस्मत आजमा रहे हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर मुख्यमंत्री का तस्सली लेना जायज है, हालांकि आखिरी फैसला चुनाव आयोग और जनता को ही देना है।</p>
<p>उधर, बीजेपी के महामंथन के बाद कांग्रेस ने भी अपने चुनावों पर मंथन करने का मन बना लिया है। कांग्रेस पार्टी आगामी 28 नवंबर को एक बैठक करने जा रही है, जिसमें प्रदेश के सभी छोटे-बड़े कांग्रेसी नेताओं से फीडबैक ली जाएगी। पहले ये बैठक 22 नवंबर को रखी गई थी जिसे बाद में बदलकर 28 नवंबर कर दिया गया।</p>
हिमाचल और पंजाब के बीच टैक्सी ऑपरेटरों का विवाद बढ़ गया है। पंजाब के पर्यटकों के…
सरकार गिराने के षड्यंत्र पर बेनकाब हुई बीजेपी, भाजपा के नेता कब मांगेंगे जनता से…
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। लेकिन मानसून के शुरू होते ही…
शिमला की मंडियों में सेब ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। अर्ली वैरायटी का…
नेरवा। जाइका वानिकी परियोजना के तहत वन मंडल रोहड़ू के रोहड़ू और चौपाल वन मंडल…
कांगड़ा जिला में 31 अगस्त तक डायरिया नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा इसमें जिला कांगड़ा के…