कर्नाटक का सियासी नाटक का क्लाइमेक्स अब साफ होने लगा है। मीडिया में चल रही ख़बरों की माने तो बीजेपी की सरकार बननी तय है। बीजेपी के नेता येदियुरप्पा गुरुवार सुबह साढ़े 9 बजे सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।
बीजेपी विधायक सुरेश कुमार ने ट्वीट कर दावा किया है कि राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया है। गुरुवार सुबह साढ़े 9 बजे येदियुरप्पा सीएम पद की शपथ लेंगे। सूत्रों के हवाले से भी जानकारी मिली है कि राज्यपाल ने इसके लिए बीजेपी को न्यौता भी भेज दिया है।
गौरतलब है कि कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस-जेडीएस गंठबंधन ने आनन-फानन में सरकार बनाने का दावा पेश किया है। बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में ऊभरी है, लेकिन 224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े दूर है। बुधवार को कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की। जेडीएस और कांग्रेस ने राज्यपाल को 117 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा है। इसमें 78 कांग्रेस, 37 जेडीएस, एक बसपा और एक निर्दलीय विधायक के हस्ताक्षर हैं।
लेकिन, ताजा घटनाक्रम में बीजेपी विधायक सुरेश कुमार के ट्वीट ने पूरा दृश्य ही पलटकर रख दिया है। हालांकि, राजनीति की समझ रखने वाले लोग बीजेपी के सरकार बनाने के दावे पर ज्यादा भरोसा दिखा रहे थे। वहीं, विरोधी भी बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए हैं।
बीएस येदियुरप्पा के सीएम बनने की चर्चा के बीच कांग्रेस ने मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राज्यपाल पर बीजेपी का पक्ष लेने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और पी. चिदंबरम ने गोवा मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए राज्यपाल से उन्हें मौका देने का आग्रह किया है। कांग्रेस का कहना है कि गोवा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि जिस किसी के पास बहुमत का आंकड़ा होगा (भले ही वह गठबंधन हो) उसे ही सरकार बनाने के लिए पहले आमंत्रित किया जाएगा। कांग्रेस का कहना है कि अगर राज्यपाल इस आदेश का पालन नहीं करते हैं, तो यह न्यायालय की अवमानना होगी।