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ऊना में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक, विधायक रायजादा के समर्थन में प्रस्ताव परित कर PCC को भेजा

रविंद्र ऊना |

ऊना ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक ब्लॉकाध्यक्ष हजारी लाल धीमान की अध्यक्षता में ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय कोटला कलां ऊना में हुई। बैठक में प्रभारी रविंद्र मोहन व जिला मंडी के कांग्रेस अध्यक्ष शशी शर्मा भी मौजूद रहे। बैठक में ऊना सदर के विधायक सतपाल रायजादा के समर्थन में प्रस्ताव पारित कर पीसीसी को भेजा गया। वहीं पेखूवेला में हुए मामले को लेकर बीजेपी व पुलिस प्रशासन की निंदा की गई। ब्लॉक अध्यक्ष हजारी लाल धीमान ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के दवाब में पुलिस झूठे केस बनाकर कांग्रेसियों को जानबुझ कर प्रताड़ित कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वेवजह तंग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खासकर ओबीसी समाज से जुड़े युवकों पर निशाने पर लिया जा रहा है और झूठे केस बनाए जा रहे है, जिसका कांग्रेस विरोध करती है।

उन्होंने कहा कि अगर पुलिस बीजेपी के दबाव में ऐसे ही काम करती रही, तो कांग्रेस पुलिस और बीजेपी के खिलाफ सड़कों पर उतर प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस की मिली भगत से ऊना जिला की स्वां नदियों का सीना छननी किया जा रहा है। बेरोक स्वां नदी में बड़ी-बड़ी मशीनरी उतारी जा रही है। जगह-जगह रेत के डंप लगे हुए, जिस पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार से मिलीभगत के चलते ही खनन का कारोबार जिला ऊना में दनदना रहा है। हजारी लाल ने कहा कि भाजपा राज में हर ओर माफिया सक्रिय है। हिस्सा-पत्ती का खेल जोरों पर चला हुआ है।

उधर, बैठक में मौजूद प्रभारी रविंद्र मोहन ने कहा कि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष विधानसभा चुनाव में हुई हार से बौखला गए हैं, जिसके चलते ऊना सदर के विधायक सतपाल राजयादा को बदनाम करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को बदनाम व प्रताड़ित करने के चलते ही पिछले चुनाव में सतपाल सिंह सत्ती हारे थे और अगली बार होने वाले चुनाव में भी हार पक्की है। उन्होंने कहा कि सत्ती अगले विधानसभा के चुनाव में खामियाजा भुगतने को तैयार रहे। बैठक में दिल्ली में तुगलकाबाद तोड़े गए गुरू रविदास मंदिर को पुन: बनाने के लिए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने प्रस्ताव पारित किया। ब्लॉक अध्यक्ष हजारी लाल धीमान ने कहा जिस प्रकार श्री गुरु रविदास जी महाराज का मंदिर गिराया था, उसे वही पर बनाया जाए। उन्होंने कहा कि मंदिर के तोड़ने से गुरू रविदास सभा के सदस्यों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, ऐसे में मंदिर को पुन: बनाने पर विचार विमर्श करना चाहिए।