Follow Us:

पहले ठगों ने लूटा, फिर पुलिस ने जो किया उससे सिस्टम शर्मिंदा हो जाएगा

समाचार फर्स्ट डेस्क |

हमीरपुर और मंडी जिला में ठगों का एक गैंग सक्रिय है। ताजा घटनाक्रम में धर्मशाला के एक शख्स को इस गैंग ने तकरीबन पौने दो लाख रुपये का चूना लगा दिया। इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने के बहाने संजय कुमार नाम के व्यापारी को ठगों ने पहले नादौन के पास बुलाया और बाद में स्थान चेंज करके जाहू के पास माल की डिलेवरी करा ली। इस दौरान ठगों ने संजय कुमार और उनके सहयोगी को 1 लाख 80 हजार 375 रुपये का चेक काटकर दे दिया। बाद में चेक फर्जी निकला।

हालांकि, इससे भी बड़ी चिंता की बात ये है कि जब पीड़ित पक्ष ने जब जाहू थाने में मामला दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। पुलिस ने एरिया का झंझट बताया। उनका कहना था कि जिस जगह वारदात हुई है वह एरिया मंडी जिले में आता है। लिहाजा, एफआईआर वहां दर्ज होगी। जब व्यापारी संजय कुमार मंडी जिला के बल्धवाड़ा थाना पहुंचे तो वहां से भी उन्हें भगा दिया गया। 

संजय कुमार और उनके सहयोगी का आरोप है कि रात के एक बजे तक पुलिस उन्हें एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर कटवाती रही। लेकिन, मामला दर्ज नहीं किया। जबकि पुलिस वाले खुद ही इस गिरोह के बारे में डिटेल जानकारी दे रहे थे। बकौल पुलिस वालों के यह गिरोह पहले भी ऐसे कई वारदातों को अंजाम दे चुका है।

गौरतलब है कि आरोपों के मुताबिक ठगी करने वाले गैंग का सरगना मंडी जिले का है और उसका नाम पवन बताया जा रहा है। पुलिस भी इस शख्स के बारे में काफी कुछ जानती है। लेकिन, कार्रवाई के नाम पर अभी तक कुछ भी नहीं किया जा रहा है।

मामले में आखिरकार पीड़ित पक्ष ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है। ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस की तरफ से मामले में छानबीन का आश्वास मिला है।

'काफी संघर्ष से खड़ा किया था कारोबार, एक झटके में लूट गया'

इलेक्ट्रॉनिक का बिजनस करने वाले संजय कुमार का कहना है कि उन्होंने एक-एक पैसा जोड़कर और लोगों की मदद लेकर अपना बिजनस शुरू किया था। लेकिन, एक झटके में ठगों ने उनका ना सिर्फ पैसा बल्कि सारा संघर्ष भी लूट लिया। उनके मुताबिक उन्होंने माल डिलवरी के एवज में पैसा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए मांगा था। लेकिन, उन्होंने चेक से ही देने की जिद की। ऐसे में उन्होंने भी चेक से ही डिलवरी कर दी। लेकिन, तब तक मैं ठगी का शिकार हो गया।

संजय का कहना है कि वह जितना ठगों से पीड़ित हैं, उतना ही सिस्टम से भी हैं। क्योंकि, रात के 12 बजे पुलिस उन्हे एक जिला से दूसरे जिला धकेलती रही और डांट-फटकार कर भगा दिया।

संजय का कहना है कि बजाय मामले में मेरी पीड़ा समझने के पुलिस ने उल्टा मुझे ही डांट पिला दी। एक तो मैं अपना सारा कारोबार लुटने से परेशान ऊपर से पुलिस की प्रताड़ना ने मुझे मानसिक रूप से कमजोर कर दिया है।