भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां ब्यास नदी में विसर्जित कर दी गईं। मनाली के प्रीणी स्थित अटल जी के दूसरे घर से अस्थि कलश यात्रा शुरू हुई और इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ब्यास में अस्थियों को विसर्जित किया।
इससे पहले मनाली में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के सभागार में सर्वधर्म प्रार्थना भी की गई। अस्थि विसर्जन के मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अटल जी ने अपना पूरा जीवन मूल्यों और आदर्शों पर जिया। उनके व्यक्तित्व की वजह से ही सभी दलों और सभी समाज में उनकी स्वीकार्यता रही। साहित्य, समाज और देश हित में उनका योगदान काफी बड़ा है।