हिमाचल प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के शिमला आने पर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में हलचल मची हुई है। हालांकि, कहा जा रहा है कि हर कोई शिंदे को अपने कॉन्फिडेंस में लेने की कोशिश कर रहा है।बुधवार रात जहां मुख्यमंत्री के साथ शिंदे ने रात्री भोज किया तो उन्होंने गुरुवार सुबह नाश्ता परिवहन मंत्री जीएस बाली के साथ किया।
माना जा रहा है कि डिनर और ब्रेकफास्ट पर दोनों नेताओं के साथ सुशील कुमार शिंदे की लंबी बातचीत चली और कई मुद्दों से वे हिमाचल कांग्रेस में जारी संकट से वाकिफ भी हुए।
हालांकि, शिंदे भी एक मझे हुए राजनीतिज्ञ हैं और वे खुद सही स्थिति को समझने के लिए अलग-अलग नेताओं के साथ मंथन कर रहे हैं। लेकिन, जिस तरह से सीएम समर्थकों ने बुधवार को उनके आगमन पर पीसीसी अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की उससे उनके कान जरूर खड़े हो गए हैं।
बेवजह नारेबाजी ना करें कार्यकर्ता, CM का नाम हो रहा खराब: विक्रमादित्य
कांग्रेस प्रभारी सुशील शिंदे के कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर हुई नारेबाजी ने सीएम वीरभद्र गुट को कहीं ना कहीं बैकफुट पर ला दिया है। इस घटना को लेकर खुद युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य ने गैरजरूरी बताया। विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि बेवजह किसी के खिलाफ नारेबाजी सही नहीं है इससे उल्टा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का नाम खराब होता है। गौरतलब है कि विक्रमादित्य के आह्वान के बाद से वीरभद्र समर्थक शांत हैं।