आए दिन किसी ना किसी बयान के कारण विवादों में रहने वाले सीएम वीरभद्र सिंह एक बार फिर अपने बयान की वजह से मु्श्किल में फंसते नजर आ रहे हैं। सीएम वीरभद्र सिंह ने अपने ऊना दौरे के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती पर निशाना साधते हुए कहा था कि सत्ती बीजेपी अध्यक्ष हैं तो क्या हुआ, अध्यक्ष तो गद्दी सभा के भी होते हैं। सीएम ने सत्ती को नसीहत दी कि विरोधियों का जवाब सभ्य भाषा में दिया जाना चाहिए।
सीएम की इस बयान से गद्दी समुदाय के लोग भड़क गए हैं। गद्दी सभा के नेता विशाल नैहरिया ने कहा कि सीएम का यह बयान गद्दी समुदाय का अपमान है। सीएम के इस बयान से पता चलता है कि उनकी सोच कितनी संकीर्ण है और गद्दी समुदाय को वह किस तरह कमतर आंकते हैं।
सीएम का यह बयान कांग्रेस के लिए भारी पड़ सकता है। अगर बीजेपी ने चुनावी माहौल में समुदाय के अपमान की बात को तूल दी तो चुनावों में कांग्रेस को इसके गंभीर नतीजे देखने को मिल सकते हैं। क्योंकि चंबा और कांगड़ा जिला की 8 ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जहां पर गद्दी समुदाय के लोग काफी संख्या में हैं।