कांग्रेस विधायक ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व सीपीएस जगजीवन पाल पर हमले को लोकतंत्र की हत्या बताया है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से सभी को विरोध प्रदर्शन का अधिकार है। पूर्व विधायक के साथ मारपीट करने से भाजपा का चाल, चेहरा और चरित्र बेनकाब हो गया है। गुंडागर्दी के दम पर भाजपा सरकार, विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है।
सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। पूरी पार्टी जगजीवन पाल के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। इस मामले में सरकार लीपापोती की कोशिश कर रही है, जिसके खिलाफ हर मंच पर आवाज बुलंद की जाएगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस मामले में हस्तक्षेप कर पूर्व सीपीएस को न्याय दिलाएं। अगर जगजीवन को जल्दी न्याय नहीं मिला तो कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधायकों, पूर्व विधायकों के हितों के रक्षक विधानसभा अध्यक्ष होते हैं। अगर उन्हीं के कार्यकर्ता पूर्व सीपीएस पर हमला बोलते हैं तो विधायक की रक्षा कौन करेगा। विधानसभा अध्यक्ष अपनी जिम्मेदारियों का सही से निर्वाह करने में विफल रहे हैं। अगर वह चाहते तो यह प्रकरण नहीं होता लेकिन, उन्होंने जानबूझकर विवाद खड़ा किया।
सुक्खू का कहना है कि कांगड़ा के सुलह विधानसभा क्षेत्र की रड़ा पंचायत में पंचायत भवन का शिलान्यास हो रहा था। मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार शिलान्यास करने पहुंचे थे। पंचायत प्रधान और बाकी सदस्यों को शिलान्यास की जानकारी नहीं होने पर पूर्व सीपीएस, विपिन परमार का विरोध करने जा रहे थे। इससे पहले कि जगजीवन पाल शिलान्यास स्थल तक पहुंचते। पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया। इसी बीच जगजीवन को एक शख्स ने पीछे से थप्पड़ जड़ दिया और धक्का दिया। अन्य लोगों ने भी उनके साथ हाथापाई की। इससे लोकतांत्रिक मूल्यों को गहरा आघात लगा है।