सीबीआई में मचे घमासान को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील से जोड़ दिया है। दावा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सीबीआई राफेल डील में प्रधानमंत्री पर जांच करने वाली थी, जिसके चलते रातों-रात डायरेक्टर को हटा दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबकी जासूसी करवाते हैं औऱ अब जब उनपर गाज़ ग़िरने वाली थी तो उन्होंने पहले ही सबूत मिटाने के लिए डायरेक्टर को हटा दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नियम तोड़कर सीबीआई के डायरेक्टर को हटाया है। आधी रात को किसी को हटाना संविधान का अपमान है। राहुल का कहना है कि सीबीआई डायरेक्टर के कमरे से डाक्यूमेंट ले लिए गए। देश की जनता प्रधानमंत्री के सभी सच जानती है। वहीं, राहुल के बयान के बाद से सीबीआई ने राफेल पर जांच की बात ख़ारिज कर दी है।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि सीबीआई ने राकेश अस्थाना और कई अन्य के खिलाफ कथित रूप से मीट कारोबारी मोइन कुरैशी की जांच से जुड़े सतीश साना नाम के व्यक्ति के मामले को रफा-दफा करने के लिए घूस लेने के आरोप में FIR दर्ज की थी। इसके एक दिन बाद डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को सीबीआई ने अस्थाना पर उगाही और फर्जीवाड़े का मामला भी दर्ज किया।
सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच छिड़ी इस जंग के बीच, केंद्र ने सतर्कता आयोग की सिफारिश पर दोनों अधिकारियों को छु्ट्टी पर भेज दिया और जॉइंट डायरेक्टर नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम निदेशक बना दिया गया। चार्ज लेने के साथ ही नागेश्वर राव ने मामले से जुड़े 13 अन्य अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया।