हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अब तक की सबसे बड़ी जंग जल्द ही लोगों के सामने आने सकती है। दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय स्थित सूत्रों के मुताबिक प्रेशर ग्रुप लगातार अपना काम कर रहा है। हाईकमान को अपने पाले में लाने के लिए लगातार चौतरफा कोशिशें चल रहीं हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के भी कुछ लीडर इस मुहिम में लगे हुए हैं।
गौरतलब है कि अभी पिछले कुछ दिन पहले ही समाचार फर्स्ट ने सूत्रों के हवाले से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के हाईकमान को लेटर लिखने की बात सार्वजनिक की थी। वीरभद्र सिंह खुले तौर पीसीसी अध्यक्ष सुक्खू को हटाने की मांग कर चुके हैं और उन पर पार्टी में तांडव नृत्य करने के आरोप भी लगा चुके हैं।
चूंकि, यहां मामला अब आर-पार का बन चुका है। बताया जा रहा है कि वीरभद्र सिंह पार्टी में किसी तरह के पावर बैलेंस के खिलाफ हैं। वह एक छत्र पार्टी की कमान अपने हाथ में चाहते हैं। जबकि, कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व का एक हिस्सा इस पक्ष को आगामी राजनीति के लिए उचित नहीं मान रहा। ऐसे में प्रेशर ग्रुप 2019 लोकसभा चुनाव की परिस्थितियों को भी पेश करने से गुरेज नहीं कर रहा।
प्रकरण में मचे आंतरिक भूचाल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस मुद्दे पर कोई भी कांग्रेस का वरिष्ठ नेता बोलने के लिए तैयार नहीं है। समाचार फर्स्ट ने कई प्रदेश के कई शीर्ष कांग्रेसी नेताओं से संपर्क कर बात करने की कोशिश की। लेकिन, कोई भी नेता इस बवाल में अपनी टांग फंसाने से इनकार कर रहा है। बयान से बचते नेताओं को आगमी भविष्य में कुछ भी होने का संशय बना हुआ है।