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भाखड़ा बांध विस्थापितों के संकल्प प्रस्ताव पर सदन में कांग्रेस का ड्रामा!

पी. चंद |

विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन दोपहर बाद भाखड़ा बांध विस्थापितों को लेकर संकल्प प्रस्ताव पर सदन के अंदर कांग्रेस का अजीब ड्रामा देखने को मिला। जब भाखड़ा बांध विस्थापितों को लेकर मंत्री के जबाव से असन्तुष्ट विपक्ष नारेबाजी करता हुआ बाहर चला गया। लेकिन, अनिरुद्ध सिंह अपना संकल्प पड़ने लगे।
 
बजट सत्र के दौरान नैना देवी के कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर ने गैर सरकारी सदस्य कार्य के तहत भाखड़ा बांध विस्थापितों का मामला उठाया। ठाकुर ने सदन में कहा कि बांध की आड़ में जिस तरह से बिलासपुर के लोगों को उजाड़ा गया है उनको आज तक क्यों नहीं बसाया गया। जो विस्थापित लोग दूसरी भूमि पर मकान बनाकर रह रहे हैं उनको न उजाड़ा जाए। सरकार न्यायालय में उनका पक्ष रखे ताकि वह न उजड़ न सके।

मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में आईपीएच मंत्री मोहिंद्र सिंह ठाकुर ने जबाव में कहा कि मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है इसलिए सरकार इसमें कुछ नहीं कर सकती। इसलिए रामलाल ठाकुर इस संकल्प प्रस्ताव को वापिस ले लें।

सरकार के जबाव से असंतुष्ट  विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाखड़ा विस्थापित का मुद्दा बहुत गंभीर है। जिसमें 256 गांव उजड़े हैं और 11277 किसान प्रभावित हुए हैं। इसलिए सरकार इनको राहत पहुंचाए।

इसी बीच विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच गरमा-गरम बहस शुरू हो गई। बहस में राकेश सिंघा सहित समूचा विपक्ष खड़ा हो गया और विस्थापितों को राहत पहुंचाने की मांग करने लगा ओर संकल्प प्रस्ताव को स्वीकार करने की आवाज़ उठाने लगा।

वहीं, मंत्री महिंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि विपक्ष को भाखड़ा विस्थापितों की इतनी ही चिंता है तो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नीति क्यों नहीं बनाई। अनिरुद्ध सिंह ने बंदरों की समस्या को लेकर अपना संकल्प प्रस्तुत किया। थोड़ी ही देर में विपक्ष भी सदन के भीतर आ गया और अब बंदरों की समस्या पर चर्चा हो रही है।