हिमाचल में चुनावी सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। कांग्रेस और बीजेपी दोनों चुनावी अखाड़े में एक दूसरे को जबरदस्त टक्कर दे रही हैं। हालांकि, इन दोनों दलों ने अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतारे हैं, लेकिन इनके अलावा सीपीआईएम भी अपने आप को तीसरे विकल्प के रूप में हिमाचल में चुनाव लड़ने का दावा कर रही है।
इस कड़ी में सीपीआई ने आज सोमवार को शिमला से चुनावी ताल ठोक दी है। सीपीआईएम ने शिमला के साथ लगते कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। सीपीआईएम ने एक बार फिर से डॉ कुलदीप तंवर को अपना उम्मीदवार चुना है बीजेपी-कांग्रेस को टक्कर देने का पूरा मन बना लिया है।
कुलदीप तंवर आईएफएस अधिकारी रहे है जिन्होंने बीच में ही सरकारी नौकरी छोड़कर सीपीआईएम का दामन थाम लिया था। तब से लगातार कुलदीप तंवर किसानों बागवानों की आवाज़ जोरदार तरीके से उठाते रहे है। खासकर जंगली जानवरों की समस्या को लेकर कुलदीप तंवर ने किसानों बागवानों को लामबंध कर बड़ा आंदोलन लड़ा। उसी का नतीजा रहा है प्रदेश सरकार पर दबाव के चलते केन्द्र सरकार को बंदरों को बर्मिंग घोषित करना पड़ा।
कुलदीप तंवर का कहना है कि वह आगे भी किसानों बागवानों की लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने स्थानीय कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह को कसुम्पटी की जनता के हितों पर खरा न उतरने में का आरोप लगाया। इसके अलावा उन्होंने विपक्ष पर भी कसुम्पटी की अनदेखी का आरोप लगाया। बता दें कि कुलदीप 2012 के चुनावों में कसुम्पटी से चुनाव लड़े थे और तीसरे नम्बर पर रहे थे।