पी.चंद,शिमला।
विधानसभा बजट सत्र के आखिरी दिन सदन में नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधायकों के सैर सपाटे को लेकर छपी खबरों का मामला उठाया। सुक्खू ने कहा कि सोशल मीडिया और अखबारों में विधायकों के सैर सपाटे के लिए राशि 4 लाख करने की गलत ख़बर छपी है। उन्होंने कहा कि विधायकों को 55 हज़ार वेतन मिलता है जबकि कर्मचारियों का वेतन भी उनसे ज़्यादा है। आईएएस अफसरों को साढ़े तीन वेतन मिलता है। इसलिए ऐसी झूठी ख़बर पर संज्ञान लेना चाहिए।
इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी कहा कि ये गैर जिम्मेदाराना ख़बर छपी है। कई विधायकों को हिमाचल सदन और भवन में कमरा नहीं मिलता है तो उसको कमरा लेने के लिए अढ़ाई लाख से 4 लाख तीन साल पहले किया गया था। सोशल मीडिया में भी ये खबर खूब चली है। विधायक की गरिमा को ठेस लगी है। कर्मचारी इस पर कमेंट लिख रहे हैं। यदि कर्मचारियों को ये गलत लगता है तो वह नोकरी छोड़कर चुनाव लड़ें। वास्तविकता ये है कि पहले माननीयों को 7500 का कमरा लेने की छूट थी अब जितने का कमरा होगा वह रहने के लिए ले सकते हैं। कमरा 3 हज़ार का भी मिल जाता है। इसकी लिमिट 4 लाख ही रहेगी।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि विधायकों को लेकर छपी ख़बर को सनसनीखेज बताया और कहा वह भी इसकी आलोचना करते हैं। जिसको लेकर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। क्योंकि ये विधायकों की गरिमा के ख़िलाफ़ है।