पी. चंद। पुलिस भर्ती पेपर लीक से जहां प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया हैं वहीं विपक्ष को चुनावी वर्ष में बड़ा मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस ने मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने डीजीपी को बर्खास्त कर सीबीआई या न्यायिक जांच की मांग की है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने शिमला में कहा कि हिमाचल में पेपर माफिया सक्रिय है। जेओए के बाद पुलिस भर्ती पेपर लीक हुआ। 3 से पांच लाख में पेपर बेचा गया। पुलिस विभाग के मामले की पुलिस ही जांच कर रही है जिससे निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। डीजीपी इसे गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं। जयराम सरकार डीजीपी को बर्खास्त कर मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच करवाए।
उन्होंने कहा कि महंगाई चरम पर है लोग महंगाई से त्रस्त हैं, लेकिन बीजेपी की मोदी सरकार पिछले आठ सालों से कांग्रेस को कोसने में लगी है। सरकार अपनी कारगुजारी को जनता को बताने के बजाए विपक्ष से सवाल कर रही है। जनता को गुमराह करने का प्रयास हो रहा है। प्रदेश की जनता बुद्धिजीवी है और वह चुनावों में बीजेपी को सत्ता से बाहर करेगी।