परखना मत, परखने में कोई अपना नहीं रहता
किसी भी आईने में देर तक चेहरा नहीं रहता।।
ये लाइनें भले ही दुनियादारी के घरौंदों में फिट बैठती हों…लेकिन, पूर्व कैबिनेट मंत्री जीएस बाली की शख्सियत इससे बिल्कुल जुदा मालूम पड़ती है। 20 साल तक नगरोटा बगवां से लगातार विधायक रहे जीएस बाली चुनावी शिकस्त के बावजूद लोगों के बीच वैसे ही पाए जा रहे हैं, जैसे मंत्री रहते हुए देखे जाते थे।
मंगलवार को 'समाचार फर्स्ट' की टीम ने उन्हें नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में स्पॉट किया। इस दौरान उनसे नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में लोगों के बीच सक्रिय रहने के कारण पूछे। इस पर जीएस बाली ने कहा कि क्षेत्र के लोगों से उनका नाता परिवार की तरह है। पिछले 20 सालों से वह यहां विकास के लिए दिन-रात काम करते रहे हैं। उन्होंने अपने लोगों की हमेशा चिंता की है और यह आज भी कायम है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों के लिए मेरी निष्ठा किसी चुनाव की मोहताज नहीं है।
जीएस बाली ने कहा कि नगरोटा विधानसभा क्षेत्र उनके परिवार की तरह है। परिवार में कुछ सदस्य नाराज हो जाए, तो उनका ख्याल नहीं छोड़ा जाता। उन्होंने कहा कि एक चुनावी हार जीएस बाली की नीति और नीयत को नहीं हिला सकती। — बाकी ख़बर विज्ञापन के नीचे है, कृपया स्क्रॉल करें—-
जीएस बाली सोमवार को जंन्द्राह, उस्तेहड़ और ऐरला में लोगों की परेशानियां सुनीं। इससे पहले रविवार को उन्होंने हटवास, नगरोटा, घोड़व, पलाचकलू, लुहना और सुन्ही का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने ठारू पंचायत में टिल्ला में मंदिर में पूजा अर्चना की और मंदिर के पास ट्रैक बनाने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये देने का ऐलान भी किया। साथ ही साथ मंदिर के रख-रखाव के लिए भी निजी जेब से हमेशा मदद देने की बात कही।