पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर पूर्व मंत्री जीएस बाली ने शोक जताया है। जीएस बाली ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लिखा 'राजनीति के वटवृक्ष कांग्रेस पार्टी में हमारे प्रेरणास्त्रोत राजा वीरभद्र सिंह आज हमारे बीच नहीं रहे। यह क्षति हर प्रदेश के हर व्यक्ति के लिए अपूर्णीय है। मैं निशब्द हुं। 40 वर्ष से मैं उनका साथ था। प्रदेश के चप्पे चप्पे में उनके साथ घुमा तब मैं चुनावी राजनीति में भी नहीं था।
बहुत कुछ कहना लिखना चाहता हूं, परंतु अभी उस स्थिति में नहीं हूं। इतिहास का हर क्षण आंखों के सामने गुजर रहा है। भगवान से दिवगंत आत्मा की शांति की प्राथना करता हूं। उनके लाखों समर्थकों परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करता हूं। वीरभद्र सिंह आधी सदी तक हिमाचल प्रदेश की पहचान और शान रहे। उनका व्याक्तित्व युगों युगों तक राजनीतिक क्षेत्र के लोगों का मार्गदर्शन करता रहेगा। वो अपने आप मे एक किताब थे।'
बदा दें कि हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का 8 जुलाई की तड़के सुबह निधन हो गया। IGMC में उपचाराधीन वीरभद्र सिंह ने 3 बजकर 40 मिनट पर आख़िरी सांस ली। काफी लंबे समय से वीरभद्र सिंह बीमार चल रहे थे और गुरुवार को उनका निधन हो गया। उनके निधन के बाद प्रदेश में शोक की लहर चल रही है। निधन के बाद पार्थिव शरीर को फिलहाल निजी स्थान हॉलीलॉज में रखा गया है जहां लोगों के साथ-साथ नेता श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं। इसके बाद कल यानी शुक्रवार को पार्थिव शरीर कांग्रेस कार्यालय या फ़िर रिज मैदान में रखा जा सकता है। शनिवार को दाह संस्कार करने की ख़बर है। इसके साथ ही 3 दिन का राजकीय शोक का ऐलान किया गया है और कई सरकारी कार्यालय भी 3 दिन के लिए बंद रहेंगे।