पूर्व मंत्री जीएस बाली चामुंडा के नंदीकेश्वर धाम में पंचतत्व में विलीन हुए। उनके बेटे रघुबीर सिंह बाली ने उन्हें मुखाग्नि दी। हजारों लोगों के साथ-साथ नेताओं ने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पहले राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। सुबह सवेरे कांगड़ा होते हुए जीएस बाली का पार्थिव शरीर नगरोटा बगवां लाया गया। जगह जगह पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद नगरोटा बगवां के OBC भवन में उनकी पार्थिव देह दर्शन के लिए रखी गई, जहां सैकड़ों लोगों सहित नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए चामुंडा लाया गया औऱ दाह संस्कार किया गया।