हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जिस तरह से आउट सोर्स के माध्यम से नौकरियों को सरकार बढ़ावा दे रही है और इसी के चलते बड़े पैमाने पर प्रदेश में भ्रष्टाचार फैल रहा है। उसको लेकर अब कांग्रेस पार्टी को 'जागरूकता अभियान' युवाओं के माध्यम से पूरे प्रदेश में चलाना चाहिए। आउट सोर्स से नौकरी देना कोई गलत बात नहीं है। लेकिन नियमों को ताक पर रखकर और हर तरह से अपने लोगों को लाभ देने का प्रयास यह सरकार कर रही है। जिससे कि आम आदमी और विशेष रूप से गरीब आदमी जिसकी कोई पहुंच सरकार तक नहीं रहती है वह प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार को किसी भी तरह की भर्ती के लिए सरकारी मशीनरी का ही प्रयोग करना चाहिए और जो सिस्टम कांग्रेस सरकार के समय भर्ती का हुआ करता था उसी के अनुसार और अधिक ट्रांसपेरेंसी लाते हुए भर्ती करनी चाहिए। लेकिन इस समय बिल्कुल विपरीत हो रहा है और प्रदेश का बेरोजगारी युवा पूरी तरह परेशान हो चुका है। उन्होंने कहा कि लगातार बेरोजगारी बढ़ रही है और अलग-अलग विभागों में भी अगर आप देखें तो जिम्मेदार अधिकारियों की संख्या सेवानिवृत्ति के बाद लगातार कमजोर हो रही है। लेकिन नई नियुक्तियां सरकार कर पाने में इसलिए असमर्थ है क्योंकि आर्थिक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
जीएस बाली ने कहा कि आर्थिक बोझ को कम करने के लिए एक प्रयास सरकार ने किया था। सरकार ने मीट तो करवा दी लेकिन किस तरह के प्रावधान इन लोगों के लिए प्रदेश में किए जाने हैं उसके लिए कोई प्रबंध पुख्ता रूप से नहीं किया गया। इसी के साथ पुराने जो हिमाचल के उद्योगपतियों के यूनिट पड़े हुए हैं उनको फिर से चालू हालत में लाने के लिए भी सरकार ने कोई खास प्रयास नहीं किए हैं। हालांकि सरकार को यह चाहिए था कि स्ट्रीट के साथ-साथ ही पुराने जो हमारे उद्योगपति अपने यूनिट्स को बंद कर चुके हैं, उनको भी चालू करवाने का प्रयास किया जाता। उन्होंने कहा कि हम लोग जब भी सत्ता में रहे हैं तो पूरे प्रदेश में युवाओं को रोजगार के अवसर मिलें इसके लिए हमने भरसक प्रयास किए और कहीं ना कहीं इस विषय को लेकर सफल भी हुए। लेकिन मौजूदा सरकार में युवाओं को लेकर शोर जरूर मचाया जा रहा है कि सरकार रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है। लेकिन धरातल पर यह अफसर कहां पर हैं कुछ भी ऐसा दिखाई नहीं दे रहा।