पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में भांग की खेती लीगल करने का मामला आज हिमाचल विधानसभा बजट सत्र में उठा। सत्ता पक्ष के सदस्यों की तरफ़ से ही सदन में संकल्प प्रस्ताव में भांग की खेती को लीगल करने की मांग उठाई गई। सदस्यों ने उत्तराखंड की तर्ज़ पर सदन में नशा रहित भांग की खेती को लीगल करने की मांग उठाई गई।
भाजपा बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि भांग की खेती उनकी पुष्तैनी खेती है। जिसमें नशे की मात्रा बहुत कम होती है। भांग से दवाई के साथ-साथ रेशे व बीज भी काम आते हैं। यदि भांग की खेती लीगल होती है तो इससे बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसलिए उत्तराखंड की तर्ज़ पर हिमाचल में भी भांग खेती को लीगल किया जाए।
उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भांग की खेती को लीगल करने के लिए ज़रूरी मापदंडों का अध्ययन करना जरूरी है। भांग दवाईयों को बनाने के लिए भी उपयोग में लाई जाती है। उन्होंने बताया कि सदस्यों की तरफ़ से सुझाव आ रहे है। इसलिए सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर भांग की खेती को लीगल किए जाने पर विचार किया जाएगा।