हिमाचल प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं की गुटबाजी और अंतर्कलह से पूरा राज्य वाकिफ है। लेकिन, बात करें हिमाचल बीजेपी के बड़े दिग्गजों की तो जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे बीजेपी नेताओं की अंतर्कलह भी खुलकर सामने आने लगी है। यह अंतर्कलह किसी और नहीं बल्कि हिमाचल में खुलने वाले एम्स को लेकर सामने आ रही हैं।
एक तरफ जहां हमीरपुर के सांसद हिमाचल को मिलने वाले एम्स का सारा श्रेय खुद लेते नजर आ रहे हैं तो वहीं पिछले तीन सालों से यही अटकलें चल रही हैं कि नड्डा के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनते ही हिमाचल को यह तोहफा मिला है। लेकिन, जिस तरह सांसद ने बिलासपुर में खुलकर बयानबाजी की है उससे साफ जाहिर होता है कि हिमाचल में खुलने वाला एम्स भी राजनीतिक मुद्दों का शिकार हो चुका है।
इन दोनों नेताओं के अंदरखाते क्या चल रहा है यह तो कोई नहीं जानता, लेकिन इन दोनों के अंतर्कलह की एक वजह कैबिनेट में बदलाव भी हो सकता है। पिछले कुछ दिनों में केंद्र बीजेपी अपनी कैबिनेट में बदलाव करने की बात कह रही है और यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि अनुराग कैबिनेट में जा सकते हैं और नड्डा के प्रदेश में आने की खबर ने भी बीजेपी में बवाल मचाया हुआ है।
क्या है पूरा मामला…
दरअसल, सोमवार को हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने बिलासपुर में मोर्चा संभाला हुआ था। इस दौरान सांसद ने खुलकर कहा कि हिमाचल को एम्स नड्डा नहीं बल्कि मेरी वजह से मिला है। एम्स को बिलासपुर लाने में नड्डा का कोई योगदान नहीं है और न ही इसे यहां से ले जाने में होगा। एम्स हर हाल में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ही बनेगा। इसके लिए चाहे फिर किसी भी स्तर पर लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े।
यही नहीं, एक दैनिक अखबार के मुताबिक अनुराग ने कहा कि पीएम मोदी ने हिमाचल को यह तोहफा दिया था। मैंने खुद तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन से मिलकर प्रदेश सरकार को नया स्थान तय करने के बारे में पत्र लिखवाया था। उसके हिसाब से एम्स हमीरपुर को मिला, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा इसके लिए बिलासपुर में जगह का चयन कर दिया गया। सांसद ने कहा जो भी मामला हुआ है उसे जल्द से जल्द सुलझाया जाए और वह एम्स के शिलान्यास की मांग करते हैं। अगर ऐसा नहीं होता है तो चाहे फिर किसी भी स्तर पर लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े एम्स हमीरपुर में ही खुलेगा।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा था कि एम्स का तोहफा तो हिमाचल को मिल चुका है लेकिन अभी तक जगह निश्चित होनी बाकी है। हालांकि, पिछले तीन सालों से यही अटकलें थी कि एम्स बिलासपुर के कोठीपुरा में ही खुलेगा। लेकिन अब देखना यह होगा हिमाचल में इसका निर्माण होता या फिर स्पाइस पार्क, रेल गाड़ी आदी मुद्दों की तरह राजनीति की भेंट चढ़ता है।