हिमाचल प्रदेश बीजेपी कांगड़ा कॉपरेटिव बैंक के चेयरमैन जगदीश सिपहिया को पद से हटाने का पूरा जोर लगा रही है। लेकिन, इसी सिपहिया ने भी साफ कर दिया है कि यदि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उनसे खुद इस्तीफा मांगेंगे तो वे 2 मिनट पर त्यागपत्र दे देंगे। लेकिन, यदि उनके मंत्री धमकी के रवैये अपनाकर मुझे हटाने चाहेंगे, तो वे कतई इस्तीफा नहीं देंगे और अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
सिपहिया के इस बयान से ये भी कहा जा सकता है कि बैंक चेयरमैन को श़ायद जांच होने का डर सताने लगा है। क्योंकि, जयराम सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने साफ-साफ कहा था कि यदि वे अपने पद से नहीं हटेंगे तो उनपर विजिलेंस और IB की जांच करवाई जाएगी। हालांकि, सिपहिया ने एक बार फिर पुरानी बात को दौहराते हुए कहा कि बीजेपी जिस मर्जी से जांच करवाए, लेकिन बीजेपी का रवैया ठीक नहीं है। पहले भी रजिस्ट्रार सोसाइटी यहां जांच कर चुकी है और हमने पूरा सहयोग दिया था।
सिपहिया का बीजेपी पर तंज
सिपहिया ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार उन्हें हटाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही है। ये वही बीजेपी है जो लोकतंत्र में बहुमत की बात करती है, लेकिन जब बात चेयरमैन पद की आती है तो नैतिकता आधार बन जाती है। क्योंकि उनके पास बहुमत तक नहीं। मौजूदा सरकार को बैंक की कोई फिक्र नहीं है, पिछले 3 महीने में लग़ातार बैंक को घाटा हो रहा है लेकिन उसपर विचार करने के बजाय सिर्फ जांच करने और बोर्ड भंग करने की बात मंत्री करते हैं।
ग़ौरतलब है कि बीजेपी पिछले 2 महीने से लगातार चेयरमैन को पद से हटाने पर जोर लगा रही है। इसके लिए सरकार ने खाद्य आपूर्ति मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को विशेष ध्यान की बात भी कही है। लेकिन चेयरमैन सिपहिया ने उस वक़्त पद से हटने पर साफ इंकार किया था। अब अचानक उनके इरादे पलट जाना कोई राजनीति खेल है या मुख्यमंत्री के पक्ष की सहानुभूति ये तो वे ही बता सकते हैं। हां, मगर ये ख़बर पक्की है कि वे कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनके कुछ मंत्रियों से शिमला में मिले थे।