Follow Us:

किस दल के साथ जाएगा पंडित सुखराम का परिवार, CM के कोटली दौरे से हो जाएगा आभास

डेस्क |

मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा को लेकर काफी अरसे से स्थिति असमंजस भरी चली हुई है कि वह और उनका परिवार इस चुनाव में किस दल के साथ जाएगा. भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर हर बड़े नेता से जब भी इस बारे में सवाल किया जाता है तो यही जवाब रहता है कि वह तकनीकी तौर पर तो अभी भी भाजपा के विधायक हैं.

दूसरी ओर सच्चाई यह है कि पिछले तीन सालों से अनिल शर्मा ने भाजपा की किसी बैठक या पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया है. अब पिछले कई महीनों से उनके राजनीतिक स्टैंड को लेकर असमंजस की स्थिति इस कारण से बनी हुई है क्योंकि वह कभी भाजपा के नेताओं और मुख्यमंत्री से मिलते हैं और कभी कांग्रेस के नेताओं से मिलते हैं. कभी लगता है कि वह कांग्रेस के साथ जाएंगे तो कभी लगता है कि भाजपा में ही बने रहेंगे. पिछले दिनों उनके बेटे व प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और चुनावी समितियों में सोशल मीडिया के प्रभारी का काम देख रहे आश्रय शर्मा ने भी कांग्रेस के रोजगार पदयात्रा से इस्तीफा देकर कुछ बगावत के संकेत दिए हैं तो अनिल शर्मा ने जो मुख्यमंत्री से सर्कट हाउस में कुछ रोज पहले आधा घंटा मुलाकात की थी उसके बाद कोई ब्यानबाजी दोनों ही ओर से नहीं हुई है.

हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि अनिल शर्मा ने राहुल गांधी से भी मिलने का समय मांग रखा है. राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर हैं ऐसे में यह समय प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के माध्यम से मांगा गया है. अब सोमवार को पंडित सुख राम परिवार का गढ़ समझे जाने वाले कोटली में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का कार्यक्रम है. इसमें कई उदघाटन शिलान्यास भी होने हैं. कई पट्टिकाएं भी लगनी है. पिछले साल 30 अगस्त को जब कोटली में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हुआ था तो जितनी भी दर्जन भर पट्टिाएं अनावरित की गई थी उसमें किसी में भी अनिल शर्मा का नाम नहीं था.

अनिल शर्मा को जब इसकी भनक लगी तो वह कार्यक्रम में होते हुए भी स्टेज पर ही बैठे रहे और उन्होंने अपने भाषण में इस पर सख्त एतराज भी जताया था कि एक स्थानीय विधायक का विकास परियोजनाओं की पट्टिकाओं पर नाम न होना सही नहीं है. अब बताया जा रहा है कि अब जो उदघाटन व शिलान्यास पट्टिकाएं बन रही हैं उन पर विधायक का नाम अंकित करवाया जा रहा है. ऐसे में इसके यही मायने निकाले जा रहे हैं कि सोमवार को अनिल शर्मा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सक्रिय तौर पर भाग लेकर अपनी रणनीति का साफ संकेत दे देंगे जो उनके व उनके परिवार के भाजपा के साथ रहने का हो सकता है.