<p>द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर ने पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कहा कि ढाई साल बीतने के बाद भी वे हार के सदमे से बाहर नहीं निकल पाए हैं। कौल सिंह को पहली बार मंडी जिला से बने मुख्यमंत्री रास नहीं आ रहे हैं। कौल सिंह ठाकुर ने अपने चालीस साल के राजनीतिक जीवन में वे न स्वयं मुख्यमंत्री बन पाए और न ही मंडी से किसी को मुख्यमंत्री न बनने दिया।</p>
<p>उन्होंने कहा कि कौल सिंह ने 1993 में मंडी से पं. सुखराम को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया। कौल सिंह ठाकुर ने जिस भी बड़े राजनेता के साथ रहे उसी से विश्वासघात किया। कौल सिंह ठाकुर पं. सुखराम और वीरभद्र जैसे बड़े नेताओं की गोद में बैठकर उन्हीं की जड़ें काटने में लगे रहे। उनका असली राजनीतिक गोत्र क्या है जनता अभी तक नहीं जान पाई है। अब जब कौल सिंह ठाकुर राजनीतिक रूप से हाशिए पर हैं, उनके पास न तो कांग्रेस पार्टी में कोई बड़ा औहदा है और न ही वे सत्ता में हैं। ऐसे में उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ बयानबाजी करने का कोई अधिकार नहीं है</p>
<p>विधायक ने कहा कि कौल सिंह ठाकुर को भ्रष्टाचार पर बोलने को कोई नैतिक अधिकार नहीं है। भ्रष्टाचार के मामले में कौल सिंह सियासत के स्नो हंटर हैं। इनका मारे गए शिकार पर दूसरों से कहीं ज्यादा पर अधिकार रहता है। जवाहर ठाकुर ने कहा कि 1977 में पहली बार विधायक बने कौल सिंह ठाकुर क्या थे और आज चालीस साल बाद उनके पास कितनी संपति है। 1977 में कौल सिंह ठाकुर एचआरटीसी की बसों में विधायकों के लिए आरक्षित सीटों पर बैठकर सफर करते थे। और अपने चुनाव क्षेत्र में अधिकारियों की गाडिय़ों में जाया करते थे। आज उनके पास महंगी गाडिय़ां और कितने मकान हैं। मंडी शहर में सबसे ऊंचा मकान कौल सिंह ठाकुर का ही है।</p>
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<p>जवाहर ठाकुर ने कौल सिंह ठाकुर को चुनौती दी है कि वे झूठी बयानबाजी करने के बजाय मंडी के सेरी मंच पर सार्वजनिक रूप से उनके साथ बहस करें वे इसके लिए तैयार हैं। कौल सिंह ठाकुर रूवयं को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेशकर चुनाव में उतरे और मुझे पंचायत स्तर का नेता और अनपढ़ कहते थे मगर इसी अनपढ़ ने उन्हें 14 हजार मतों से पराजित कर दिया। जवाहर ठाकुर ने कहा कि कौल सिंह ठाकुर 2022 के चुनावें की तैयारी करें लेकिन उन्हें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ कुछ कहने का अधिकार नहीं है। जवाहर ठाकुर ने कहा कि कौल सिंह ठाकुर मंडी शहर के लिए स्वयं तो कुछ नहीं कर पाए जबकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं, वह उनसे सहन नहीं हो रहा है।</p>
<p>उन्होंने कौल सिंह पर और प्रहार करते हुए कहा कि उन्हें तो राहुल और सोनिया भी पसंद नहीं है क्योंकि हिमाचल से जो पत्र बम्ब गया था उसके पीछे भी कौल सिंह का ही हाथ था। उनकी हालत तो यह हो गई है कि आने वाले चुनावों में यदि आप, बसपा या कोई और ऐसा दाल भी उन्हें मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने की हामी भर दे तो वह उसमें शामिल होने को एक मिन्ट भी नहीं लगाएंगे। जवाहर ने कौल सिंह को सलाह दी कि अच्छा यही होगा कि वह अब आराम से घर बैठ जाएं क्योकि अब दरंग की जनता समझदार हो गई है और उनके झांसे में आने वाली नहीं।</p>
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