मुख्यमंत्री ने मंडी के बगस्याड़ स्कूल से 'अखण्ड शिक्षा ज्योति-मेरे स्कूल से निकलने मोती' योजना की शुरुआत की है। इस दौरान जयराम ठाकुर ने स्कूल के अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि स्कूली जीवन, जीवन का सर्वश्रेष्ठ हिस्सा है। वह अपने स्कूल जीवन के दौरान बगस्याड़ पहुंचने के लिए 9 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंचते थे, जबकि आज की परिस्थितियां बिल्कुल विपरित हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के करियर को आकार देने में स्कूल और अध्यापकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यह हम सभी का दायित्व बनता है कि हम उस संस्थान को कुछ योगदान आवश्य करें। इससे न केवल संस्थान को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी, बल्कि संस्थान के विद्यार्थी बेहतर करने के लिए प्रेरित भी होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश ने अभूतपूर्व विकास किया है और राज्य साक्षरता दर में देशभर में केरल के बाद दूसरे स्थान पर है।
इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों के महत्व बढ़ाने के लिए सेलेब्रिटीज़ अपने स्कूलों में जाकर बच्चों को सरकारी स्कूलों के प्रति जागरूक करेंगे। योजना के अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों में नाम अर्जित करने वाले पुराने विद्यार्थियों के नाम स्कूल के सूचना पट्ट पर अंकित किए जाएंगे ताकि विद्यार्थी उनके जीवन से प्रेरणा लेकर और अधिक कठिन परिश्रम के लिए प्रेरित होकर जीवन में उत्कृष्टता हासिल कर सकें।
'प्री-नर्सरी की क्लासिस शुरू'
उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं आरम्भ की जा रही हैं, क्योंकि सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाओं की उपलब्धता न होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिल करते हैं। इससे अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल करने के लिए प्रेरित होंगे।