मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन में प्रदेश वासियों को एकता का जबरदस्त संदेश दिया और टोपियों की राजनीति खत्म करने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार हिमाचल में बहुत कुछ नया होने वाला है। आज तक हिमाचल में टोपियों पर राजनीति होती आई है, जिससे मैंने टोपी पहनना ही छोड़ दी। प्रदेश में 'ऊपर के मुख्यमंत्री और नीचे के मुख्यमंत्री' जैसी धारणा बन गई है। लेकिन, मेरा मंडी जिला तो प्रदेश के बीचों-बीच स्थित है और अब ये अवधारणा भी बदल चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में टोपी की राजनीति को विदाई देने का समय आ गया है। वे अपने को कभी भी टोपी की राजनीति में शामिल नहीं करेंगे। वे टोपियों को हिमाचल प्रदेश की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा मानते हैं, न कि हिमाचल को ऊपरी और निचले क्षेत्र में विभाजन का प्रतीक, जो कांग्रेस शासनकाल के दौरान माना जाता था।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि बीजेपी कांग्रेस को उनके अभियान के तहत हिसाब भी देगी और जवाब भी। हिसाब का पहला जवाब उन्हें इस बजट में दिया जाएगा। अब प्रदेश में थके-हारे नेताओं की सरकार नहीं है औऱ बीजेपी अगले 5 नहीं, बल्कि 20 साल तक जनता के कल्याण और विकास के लिए कार्य करेगी।