Follow Us:

कांग्रेस के घोषणापत्र पर BJP का सर्जिकल स्ट्राइक, ‘देश के सुरक्षा पर क्रूरतम प्रहार’

पी. चंद |

कांग्रेस के घोषणापत्र में धारा-127ए और अफस्पा को हटाने की बात का बीजेपी को मुद्दा मिल गया है। एक के बाद एक राष्ट्रीय स्तर के नेता से लेकर राज्य स्तर के बीजेपी नेता इसका विरोध कर रहे हैं औऱ उनके इस घोषणापत्र को सेना विरोधी और देशद्रोह के पक्ष में बता रहे हैं। अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी कांग्रेस को घेरा और कहा कि घोषणा पत्र देश के सुरक्षा पर क्रूरतम प्रहार है।

ये घोषणा पत्र देश की एकता एवं अखण्डता के विरूद्ध कांग्रेस का घातक ऐजेंडा है। देश की जनता ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि एक दिन देश की सबसे पुरानी पार्टी देशद्रोहियों और अलगावादियों के साथ खड़ी हो जाएगी। कांग्रेस के वादों को देखकर लगता है कि यह घोषणा पत्र कांग्रेस पार्टी द्वारा न बनाकर अलगाववादियों द्वारा देश की अखण्डता के विरूद्ध एक शपथ पत्र है।

(आगे ख़बर के लिए विज्ञापन के नीचे स्क्रॉल करें…)

जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में देशद्रोह की धारा 124ए हटाने वायदा करके यह सुनिश्चित कर दिया है कि कांग्रेस का हाथ अब देशद्रोहियों के साथ है। इसी तरह सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) को हटाने का अर्थ है कि सेना के पास से आतंकियों पर प्रहार करने के हथियार छीन लिए जाएं। कांग्रेस को यह नहीं भूलना चाहिए कि मूल रूप से कांग्रेस नेतृत्व ही जम्मू-कश्मीर के वर्तमान हालात का जिम्मेदार है। उनकी ऐतिहासिक भूल का खामियाजा आज पूरी घाटी ही नहीं पूरे देश को भुगतना पड़ रहा है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछले पांच सालों में देश की जनता ने कांग्रेस का असली रूप और रंग देखा है। कांग्रेस नेताओं ने देश के सेनाध्यक्ष को कभी 'सड़क का गुण्डा' कहा और कभी सेना के पराक्रम और शौर्य पर ही प्रश्न चिन्ह लगाने का कार्य किया। कांग्रेस एक तरफ शहीदों के बलिदान का अपमान करती रही तो दूसरी तरफ आतंकियों को 'जी' और 'साहब' के सम्बोधन से देशभक्तों का सिर शर्म से झुकाने का कार्य करती रही है। वोटों की ओछी राजनीति के लिए कांग्रेस ने देश की सुरक्षा को दाव पर लगाने का जो घिनौना खेल खेला है।