हिमाचल के नए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर अक्सर सादगी की मिसाल दी जाती है। उनका राजनीतिक सफर घर से लेकर कॉलेज, कॉलेज से लेकर पार्टी तक पहुंचा था, जो कि जयराम ठाकुर ने काफी मुश्किलों के दौर में तय किया था। यहां तक एक बार उनके पिता ने भी कह डाला था कि राजनीति करना गरीबों का काम नहीं है बेटा।
जी हां, एक दैनिक अखबार की मानें तो जयराम ठाकुर की बहन अनु ठाकुर जो कि पेशे से आंगनबाड़ी वर्कर हैं उन्होंने इस बात खुलासा किया है। अखबार के माध्यम से उन्होंने बताया कि पिता स्व. जेठूलाल कहते थे ये राजनीति गरीबों का काम नहीं है बेटा। लेकिन हार से भाई जयराम ने दिल छोटा नहीं किया और 98 में जीत के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। बात करते करते उनकी आंखे भर आती हैं और वे पूरे प्रदेश वासियों को बधाई देती हैं कि उन्होंने उनके भाई को हिमाचल में इतना सम्मान दिया है।
खेतीबाड़ी से जुड़ा परिवार
जयराम ठाकुर के भाई-बहन आज भी सादगी से जीवन यापन कर रहे हैं। एक भी भाई-बहन सरकारी नौकरी में नहीं है। सबसे बड़ी बहन पुरणू देवी घर संभालती हैं। बड़े भाई अनंत राम काष्ठकला शैली के कारीगर हैं तो छोटे भाई वीर सिंह ठेकेदार हैं। सबसे छोटी बहन 20 वर्षों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रही हैं। एक भतीजा पुलिस में भर्ती अभी हाल ही में हुआ है।
गौरतलब है कि जयराम के लिए गरीबी का दौर देखकर छात्र राजनीति से संघ तक सफर आसान नहीं था। राजनीति में कदम रखने पर जब वर्ष 1993 में हार मिली तो परिवार चट्टान की तरह साथ रहा। हालांकि, माता-पिता ने एक बार राजनीति में जाने से टोका भी, लेकिन जयराम के बुलंद हौसलों के आगे गरीबी ने भी घुटने टेक दिए।